नई दिल्ली: सोमवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के संबोधन की शुरुआत में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को धन्यवाद देते हुए शुरू हुई और उन्होंने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि ‘अच्छा होता कि अगर सभी सदस्य राष्ट्रपति जी का भाषण सुन पाते. लेकिन फिर भी राष्ट्रपति जी का अभिभाषण इतना शक्तिशाली था कि लोगों तक पहुंच गया. इस दौरान पीएम मोदी ने दिल्ली की सीमाओं पर जमे आंदोलनकारी किसानों को फिर से बातचीत का न्योता दिया है उन्होंने कहा कि कृषि कानून जरूरी कानून हैं और इन्हें लागू करने का यह सही समय है.
उन्होंने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की और कहा कि ‘आंदोलनकारियों को समझाते हुए देश को आगे ले जाना होगा. आओ मिलकर चलें. अच्छा कदम है, किसी न किसी को करना था. मैंने किया है, गालियां मेरे हिस्से में जा रही हैं, जाने दो. कृषि मंत्री लगातार काम कर रहे हैं. एक-दूसरे को समझने-समझाने की जरूरत है. पीएम ने किसानों को संबोधित कर कहा कि ‘हमें समझना होगा कि हमारी खेती को खुशहाल बनाने के लिए फैसले लेने का समय है. यही समय है. इस सुधार को आगे ले जाना चाहिए. हमें एक बार देखना चाहिए कि कृषि परिवर्तन से बदलाव होता है कि नहीं. कोई कमी हो तो उसे ठीक करेंगे, कोई ढिलाई हो तो उसे कसेंगे. मैं विश्वास दिलाता हूं कि मंडियां और अधिक आधुनिक बनेंगी.’ सरकार के तीन नए कृषि कानूनों को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए पीएम ने कहा कि ‘हर कानून में अच्छे सुझावों के बाद कुछ समय के बाद बदलाव होते हैं, इसलिए अच्छा करने के लिए अच्छे सुझावों के साथ, अच्छे सुधारों की तैयारी के साथ हमें आगे बढ़ना होगा.
पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एक कथन पढ़ा जिसमें उन्होंने कृषि से जुड़े एक बड़े बाजार की वकालत की थी. मोदी ने कहा, “मजा ये है जो लोग पॉलिटिकल बयानबाजी करते हैं उछल-उछल के, उनकी सरकारों ने भी अपने-अपने राज्यों में थोड़ा-बहुत तो किया ही है. किसी ने कानूनों की मंशा पर सवाल नहीं उठाए हैं.
पीएम मोदी ने कहा, “याद कीजिए, यहां इसी सदन का भाषण मैं दो-तीन साल पहले का मैं सुन रहा था. मोबाइल कहां हैं, लोग डिजिटल ट्रांजेक्शंस कैसे करेंगे. आज हर महीने यूपीआई से चार लाख करोड़ के ट्रांजेक्शंस हो रहे हैं. जल हो, नभ हो, अंतरिक्ष हो. भारत हर क्षेत्र में अपनी क्षमता के साथ खड़ा है.
Speaking in the Rajya Sabha. https://t.co/lepprXZ8Ak
— Narendra Modi (@narendramodi) February 8, 2021