

सरायकेला : सरायकेला खरसावां जिला के एकता विकास मंच के जिला महिला प्रकोष्ठ की एक बैठक गम्हरिया सतवाहानी में हुई। बैठक में झारखंड सरकार की माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन से एकता विकास मंच द्वारा मांग किया गया है की स्थानीय नीति परिवर्तित कर 15 नवंबर 2000 कट ऑफ डेट् से स्थानीय नीति बनाया जाए। और नियोजन नीति में सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित किया जाए। झारखंड के विकास में सभी वर्गो की महत्वपूर्ण भागीदारी रही है । सभी ने समान पुण योगदान दिया है। झारखंड अलग राज्य गठन राज्य की आबादी के आधार पर हुआ है। जिसमें झारखंड में निवास करने वाले पूरी आबादी को मिलाकर जनसंख्या के आधार बनाकर झारखंड अलग किया गया है। जिसमें सभी धर्म जाति प्रांत के राज्य के निवास करने वाले लोगों की जनसंख्या को आधार बनाकर अलग राज्य का गठन किया गया है और बनाया गया है।
झारखंड के विकास में सभी आदिवासी गैर आदिवासियों की समान पूर्ण भूमिका और दायित्व रही है ।झारखंड में गैर आदिवासियों को कभी बाहरी भीतरी के नाम पर तो कभी दखल दीहानी के नाम पर गैर आदिवासियों को झारखंड से भगाने की सोची-समझी राजनीतिक रणनीति के तहत प्रताड़ित किया जाता है। एकता विकास मंच माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग किया है कि 15 नवंबर 2000 कट ऑफ डेट से झारखंड में स्थानीय नीति परिवर्तित होता है तो बनाया जाए और नियोजन नीति में सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित हो। अगर स्थानीय नीति 15 नवंबर 2000 से लागू नहीं होता और नियोजन की में सभी की भागीदारी सुनिश्चित नहीं होती है तो इसके लिए एकता विकास मंच सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करने का निर्णय लिया है और इसके लिए जागरूकता अभियान चलाएगा। बैठक की अध्यक्षता रूबी देवी द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन मधु प्रसाद द्वारा किया गया स्थानीय नीति और नियोजन नीति पर मीरा देवी द्वारा विस्तार से चर्चा कर आंदोलन चलाने की बातें कही गई। बैठक में मुख्य रूप से अंजनी देवी पार्वती देवी सुनैना देवी नयन देवी मालती देवी नीलम देवी गुड़िया देवी कांति देवी कलिया देवी ललिता देवी सुनीता संगीता मनसा देवी मीना देवी देवी निशा देवी आदि उपस्थित रहे।

