26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर किसान आंदोलन के तहत हिंसा के मुख्य आरोपी दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार.

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नई दिल्ली (एजेंसी): 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर किसान आंदोलन के तहत निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में कई जगहों पर हुई हिंसा में बतौर आरोपी एक्टर दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इसकी जानकारी दी है.  दीप सिद्धू और तीन अन्य आरोपियों पर जानकारी देने के लिए पुलिस ने 1 लाख का इनाम रखा था. सिद्धू का नाम ट्रैक्टर रैली में हिंसा-झड़प  भड़काने की घटनाओं में सामने आया था.दरअसल, उस दिन कुछ प्रदर्शनकारियों ने तय रूट और वक्त के उलट जाकर ट्रैक्टर लेकर दूसरे रास्तों पर चले गए थे. यहां कई जगहों पर पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई. गाड़ियों के साथ तोड़फोड़ हुई. फिर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी लाल किले में घुस गए और यहां भी काफी तोड़फोड़ हुई. कुछ लोग यहां किले के सामने एक खंभे पर चढ़ गए और धार्मिक सिख झंडा फहरा दिया. पुलिस की गिरफ्त से दूर रहते हुए सिद्धू लगातार सोशल मीडिया पर वीडियो संदेश जारी कर रहा था. दावा किया गया है कि पंजाबी अभिनेता जो वीडियो अपलोड करता है, उसके पीछे उसकी एक बेहद करीबी महिला मित्र है जो कैलिफोर्निया में रहती है. पुलिस के अनुसार सिद्धू वीडियो बनाता था और उसे उसकी महिला मित्र और अभिनेत्री विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया करती थी.

दीप सिद्धू एक पंजाबी अभिनेता है. सिद्धू का जन्म वर्ष 1984 में पंजाब के मुक्तसर जिले में हुआ, फिर उसने आगे कानून की पढ़ाई की. दीप किंगफिशर मॉडल हंट का विजेता रह चुका है और मिस्टर इंडिया कॉन्टेस्ट में मिस्टर पर्सनैलिटी का खिताब अपने नाम कर चुका है. शुरूआत में मॉडलिंग की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. किंगफिशर मॉडल हंट अवार्ड जीतने से पहले वह कुछ दिन बार का सदस्य भी रहा। साल 2015 में दीप सिद्धू की पहली पंजाबी फिल्म ‘रमता जोगी’ रिलीज हुई. हालांकि, उसे पहचान साल 2018 में आई फिल्म ‘जोरा दास नुंबरिया’ से मिली, जिसमें उसने गैंगेस्टर का किरदार निभाया था.

दीप सिद्धू किसान आंदोलन में लगातार दो महीनों से सक्रिय था. कुछ दिन पहले दीप को सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के साथ रिश्तों को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने नोटिस भी जारी किया था. दीप ने पिछले साल आंदोलन के दौरान किसान यूनियन के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे. उस दौरान उसने शंभु मोर्चा के नाम से नए किसान संगठन की घोषणा भी की थी. तब उसके मोर्चा को खालिस्तान समर्थक चैनलों से समर्थन भी मिला था.

 

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