सासाराम:- बिहार प्रदेश भ्रस्टाचार उन्मूलन समिति के अध्यक्ष दिनेश कुमार ने सूर्यपुरा बीडीओ पर मीडिया को गलत तथ्य की जानकारी देने का आरोप लगाया है। इस सम्बंध में दिनेश कुमार ने एक पत्र भी ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव को लिख कर इनके कार्यकलापो की जांच कराने की मांग की है। कुमार ने कहा कि बीडीओ
अपनी गलती छुपाने को लेकर मीडिया के समक्ष सही तथ्यों को छुपा रहे है। विगत दोनों दो प्रखंड शिक्षकों के निलंबन मामले में बुरे तरीके से फस गए है और अब इससे निकलने की राह ढूंढ रहे है। नियोजन इकाई के अध्यक्ष को बिना जानकरी दिए एवं बिना अनुमति लिए ही निलंबन की एकतरफा करवाई की,जिससे शिक्षको में काफी नराजगी दिख रही है। कुमार ने आगे बताया कि नियोजन समिति के अध्यक्ष सह प्रमुख ने निलंबन की कार्रवाई को नियमावली के विरुद्ध असंवैधानिक बताते हुए निरस्त कर दी, फिर भी नियोजन समिति के सचिव सह बीडीओ तानाशाह की तरह उक्त निरस्त आदेश का अनुपालन आज तक नही किया। सिंह ने कहा कि इस मामले को विधानसभा में भी उठाया जाएगा। बीडीओ निलंबन मामले में अपने आप को पूरी तरह से घिरते देख बचने का हथकंडा ढूंढ रहे हैं। इतना ही नही बीडीओ द्वारा 05 फरवरी का पत्र दस दिन बाद यानी 15 फरवरी को हस्तगत कराया जाता है,और बारह (12) दिन बाद शुद्धि-पत्र भेजा जाता है। अपनी गलती को लीपापोती करने का प्रयास में बीडीओ अपना आपा खो बैठे है। दिनेश कुमार ने कहा कि बीडीओ सूर्यपुरा शिक्षको का दोहन करते है और जो इनके शर्तो को नही मानते केवल उसी पर करवाई करते है। इनके पदस्थापन काल से लेकर अब तक कितने शिक्षको के विरुद्ध करवाई हुई यह भी जांच का बिषय है। इनके कृत कार्यो के सम्बंध में प्रधान सचिव ग्रामीण विकास को पत्र लिख प्रखंड में इनके कार्यो की जांच कराई जाएगी,ताकि इनके भ्रष्टाचार की कलई खुल सके।