लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए आपको ‘स्टार्टअप’ शुरू करने होंगे: PM नरेंद्र मोदी

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नई दिल्ली (एजेंशी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईआईटी खड़गपुर दीक्षांत समारोह में कहा कि आपको लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए ‘स्टार्टअप’ शुरू करने होंगे. उन्होंने कहा कि  आपको ‘आत्म-जागरूकता, आत्म-विश्वास और निस्वार्थता’ पर काम करना होगा, आप अपने सामर्थ्य को पहचानकर आगे बढ़ें, पूरे आत्मविश्वास से आगे बढ़ें, निस्वार्थ भाव से आगे बढ़ें. आप भारत के 130 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के दौरान आईआईटी द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी एवं सॉफ्टवेयर ने महामारी से लड़ने में बहुत मदद की. उत्तरांखड में ग्लेशियर टूटने के कारण हुई त्रासदी का जिक्र करते हुए कहा कि हमें आपदा का सामना करने में समक्ष बुनियादे ढांचे में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.

स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बजट घोषणाओं पर आधारित एक वेबिनार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इस वर्ष हेल्थ सेक्टर को जितना बजट आवंटित किया गया है, वो अभूतपूर्व है. ये बजट हर देशवासी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित बजट कार्यान्वयन पर एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि बजट में स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए आवंटित की गई राशि अभूतपूर्व है. ये इस सेक्टर के प्रति हमारे समर्पण को दिखाता है. प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि कोरोना महामारी ने हमें भविष्य में ऐसी चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार कर दिया है.

इस वेबिनार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना के दौरान भारत के हेल्थ सेक्टर ने जो मजबूती दिखाई है, अपने जिस अनुभव औऱ अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, उसे दुनिया ने बहुत बारीकी से नोट किया है. आज पूरे विश्व में भारत के हेल्थ सेक्टर की प्रतिष्ठा और भारत के हेल्थ सेक्टर पर भरोसा, नए स्तर पर है. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम भारत को स्वस्थ रखने के लिए चार मोर्चों पर एक साथ काम कर रहे हैं.

इनमें से पहला मोर्चा है – बीमारियों को रोकने का, दूसरा मोर्चा है – गरीब से गरीब को सस्ता और प्रभावी इलाज देने का. प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि आयुष्मान भारत योजना और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र जैसी योजनाएं यही काम कर रही हैं. इसके अलावा तीसरा मोर्चा है- हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की गुणवत्ता और मात्रा में बढ़ोतरी करना. वहीं चौथा मोर्चा है- समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड पर काम करना. मिशन इंद्रधनुष का विस्तार देश के आदिवासी और दूर-दराज के इलाकों तक किया गया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश से टीबी को खत्म करने के लिए हमने वर्ष 2025 तक का लक्ष्य रखा है. टीबी की रोकथाम के लिए मास्क पहनना, शीघ्र निदान और इलाज तीनों जरूरी हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने वेबिनार में आगे कहा कि भारत की दवाओं और वैक्सीन के साथ-साथ हमारे मसालों और हमारे काढ़े का भी कितना बड़ा योगदान है, ये दुनिया आज अनुभव कर रही है. हमारी पारंपरिक दवा ने भी विश्व मंच पर अपनी एक जगह बनाई है.

 

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