बिक्रमगंज बीडीओ ने नियोजित शिक्षक को बचाने में झोंकी ताकत, शिक्षक से मिलीभगत कर की जा रही है सरकारी राशि की निकासी

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कारवाई के लिए मिले मार्गदर्शन पर बीडीओ ने दिखाई शिथिलता  (रिपोर्ट:- धर्मेंद्र कुमार सिंह)

बिक्रमगंज / रोहतास:  बिक्रमगंज प्रखंड के मध्य विद्यालय मानी में पदस्थापित नियोजित शिक्षक नंद कुमार सिंह को बचाने में बिक्रमगंज  बीडीओ  बाज  नहीं आ रहे है। करवाई करने को मिले  मार्गदर्शन  पर  शिथिलता।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिक्रमगंज के मनबोधनगर निवासी धर्मेंद्र कुमार सिंह पत्रकार ने सूचना अधिकार अधिनियम के तहत संबंधित शिक्षक के नियोजन में  किए गए फर्जीवाड़ा का खुलासा किया था । जिसके आलोक में आवेदक ने प्रखंड विकास पदाधिकारी बिक्रमगंज को उचित कार्रवाई करने हेतु लिखित शिकायत किया था ।  संबंधित शिक्षक के नियोजन का मामला तत्कालीन पंचायत सचिव लल्लू राम मानी से जांच कराया गया।  तत्कालीन पंचायत सचिव ने जांच प्रतिवेदन में उक्त शिक्षक का नियोजन नियम विरुद्ध प्रतिवेदित किया । बीडीओ सह सचिव प्रखंड नियोजन इकाई बिक्रमगंज के कार्यालय पत्रांक: – 625/20 से उक्त शिक्षक पर कारवाई करने के संदर्भ में जिला शिक्षा पदाधिकारी सासाराम से उचित मार्गदर्शन की मांग की गई ।  उक्त के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी रोहतास सासाराम के कार्यालय पत्रांक – एल -650/20 के पत्र में वर्णित किया गया है कि बिहार प्रारम्भिक शिक्षक नियोजन नियमावली में निहित प्रवधानों के तहत सम्बन्धित मामले में निर्णय हेतु आप स्वयं सक्षम प्राधिकार है।

पुनः बीडीओ सह सचिव प्रखंड नियोजन इकाई बिक्रमगंज के द्वारा अपने कार्यालय पत्रांक – 1084/20 से नियोजित शिक्षक नंद कुमार सिंह से 3 दिन का समय  देते हुए स्पष्टीकरण की मांग करते हुए पत्र जारी किया गया है ,कि पंचायत सचिव एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के प्रतिवेदनों से स्पष्ट होता है, कि आपका नियोजन विभागीय आदेश /निदेश के विरुद्ध है। क्यों नहीं बिहार प्रारम्भिक शिक्षक नियोजन एवं सेवाशर्त नियमावली के विभिन्न प्रवधानों के तहत आपके विरुद्ध सेवामुक्त की करवाई की जाय ?

स्पष्टीकरण की मांग करने के बाद से आज तक इस मामले को लंबित रखने का आरोप आवेदक धर्मेंद्र कुमार सिंह पत्रकार ने बीडीओ पर प्रत्यक्ष रूप से लगाया  है। उक्त शिक्षक पर नियमानुसार कारवाई करने के बदले लगातार वेतन के रूप में सरकारी  राशि निकासी की जा रही है, जो एक बहुत बड़ी वित्तीय अनियमितता का मामला बनता है।

तत्कालीन पंचायत सचिव लल्लू राम एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के जांच प्रतिवेदनों, बीडीओ सह सचिव प्रखंड नियोजन इकाई बिक्रमगंज  के द्वारा  शिक्षक के विरुद्ध निकाले गए स्पष्टीकरण तथा बीडीओ द्वारा मांगे गए मार्गदर्शन में मिले तथ्यों को अवलोकन करने से ऐसा प्रतीत होता कि बिक्रमगंज बीडीओ के द्वारा जान बूझकर तथ्यों की अवहेलना कर  उक्त शिक्षक पर कारवाई करने मे शिथिलता  दिखाई जा रही है।  इस मामले में बीडीओ का मौन धारण करना कई रहस्यो/प्रश्नों को जन्म दे रहा है।

इस सम्बंध में बीडीओ के सरकारी दूरभाष पर सम्पर्क करने पर अपने आप को सवालों में घिरते देख तथ्यहीन बातों तथा समयाभाव की कमी बताते हुए पल्ला झाड़ लिया गया।

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