

न्यूजभारत20 डेस्क:- राज्य की सियासत में इन दिनों महागठबंधन को लेकर चर्चाएं तेज़ हैं। खासकर मुख्यमंत्री पद को लेकर अंदरूनी हलचल और दावेदारों की लंबी फेहरिस्त सुर्खियों में है। इसी बीच महागठबंधन के एक वरिष्ठ नेता ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि, “महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के 40 दावेदार हैं और मैं भी उनमें से एक हूं।” यह बयान न केवल गठबंधन की आंतरिक राजनीति को उजागर करता है, बल्कि नेतृत्व को लेकर चल रही रस्साकशी को भी सामने लाता है। सूत्रों की मानें तो महागठबंधन में शामिल विभिन्न दलों के कई नेता खुद को मुख्यमंत्री पद के लिए उपयुक्त मानते हैं और परदे के पीछे अपनी-अपनी लॉबिंग में जुटे हुए हैं। बातचीत के दौरान उक्त नेता ने कहा,
“महागठबंधन में कई योग्य और अनुभवी नेता हैं। वर्तमान स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि लगभग 40 नेता खुद को मुख्यमंत्री पद के लिए योग्य मानते हैं, और मैं भी उनमें से एक हूं। निर्णय अंततः गठबंधन की सामूहिक सहमति और जनता की अपेक्षाओं के अनुसार ही होगा।”

महागठबंधन में फिलहाल कई दल शामिल हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
राष्ट्रीय जनता दल (RJD)
कांग्रेस
वाम दल
जन अधिकार पार्टी
कुछ क्षेत्रीय दल
इन दलों के कई वरिष्ठ नेता पहले से ही मुख्यमंत्री पद की दौड़ में माने जा रहे हैं। नामों को लेकर सार्वजनिक घोषणा भले ही अभी नहीं हुई हो, लेकिन आंतरिक स्तर पर समीकरण बनना शुरू हो चुके हैं। गठबंधन सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री पद को लेकर अंतिम फैसला शीर्ष नेताओं की बैठक में आम सहमति से लिया जाएगा। यह तय किया जाएगा कि कौन-सा चेहरा जनता में सबसे प्रभावी है और सभी घटक दलों को स्वीकार्य भी। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इतने सारे दावेदारों का होना महागठबंधन के लिए चुनौती भी है और अवसर भी। अगर समय रहते एक मजबूत नेतृत्व तय नहीं किया गया, तो अंदरूनी फूट बाहर आ सकती है, जिससे आगामी चुनाव में गठबंधन को नुकसान हो सकता है।