

न्यूजभारत20 डेस्क/चाकुलिया:- चाकुलिया प्रखंड के 5000 की आबादी वाले माटियाबांध पंचायत क्षेत्र में एक भी मुस्लिम परिवार निवास नहीं करता है. बावजूद पंचायत से 106 लोगों का जन्म प्रमाण पत्र बनाकर दे दिया गया है. इसका खुलासा जांच के बाद ही हुआ है. अब तो जिले के अधिकारी इसकी जांच भी करवा रहे हैं. पूरे प्रकरण में पंचायत सचिव की भुमिका ही संदिग्ध है. उनके हस्ताक्षर से ही पंचायतों में जन्म प्रमाण पत्र बनाने का काम किया जाता है. यह मामला तब सामने आया जब कई स्कूलों में जन्म प्रमाण पत्र के माध्यम से बच्चों का नामांकन के लिए आवेदन दिया गया. आशंका होने इसकी जांच कराई गई. इसके बाद पूरा भंडा फूट ग या.

पंचायत सचिव सुनिल महतो की बात करें तो वे लंबे समय से बीमार चल रहे हैं. जन्म प्रमाण पत्र में उनका ही हस्ताक्षर शामिल है. जांच में पता चला कि सभी हस्ताक्षर फर्जी हैं. इसके बाद डीसी के आदेश पर सभी जन्म प्रमाण पत्रों को रद्द कर दिया गया है. जन्म प्रमाण पत्र को बनाते समय एक भी दस्तावेज जमा नहीं किया गया था. अब तो पूरे मामले को बांग्लादेशी घुसपैठिए के नजरिए से भी देखा जा रहा है. जानकारों का कहना है कि इस तरह का कारनामा या तो विभागीय अधिकारियों की सांठ-गांठ से किया गया है या तो सिस्टम को हैक कर दिया गया है.
मटियाबांध पंचायत में जब मुस्लिमों के जन्म प्रमाण पत्र का मामला सामने आया तब विभाग की ओर से पिछले तीन माह का डाटा खंगालने का काम किया जा रहा है. इस बीच 1100 प्रमाण पत्र बनाने का काम किया गया है.