भारतीय जनता पार्टी धनबाद जिला के प्रभारी एवं नागरिक सुविधा मंच के मुख्य संरक्षक अभय सिंह आज जमशेदपुर के सिटी पुलिस अधीक्षक श्री सुभाष चंद्र जाट जी से मिलकर काशीडीज जैसे पुरानी बस्ती की वर्तमान ट्रैफिक स्थिति को लेकर समस्या का निदान कैसे हो उनसे मिलकर जानकारी दी गई

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जमशेदपुर (संवाददाता ):-भारतीय जनता पार्टी धनबाद जिला के प्रभारी एवं नागरिक सुविधा मंच के मुख्य संरक्षक अभय सिंह आज जमशेदपुर के सिटी पुलिस अधीक्षक श्री सुभाष चंद्र जाट जी से मिलकर काशीडीज जैसे पुरानी बस्ती की वर्तमान ट्रैफिक स्थिति को लेकर समस्या का निदान कैसे हो उनसे मिलकर जानकारी दी गई। उन्हें यह बताया गया आज का काशीडीह बस्ती के लोगों का जीना दूभर हो गया है शहर की सबसे पुरानी बस्ती है । इस बस्ती के बच्चों को बूढ़े बूढ़ी को ब्ययाम करने या मॉर्निंग वॉक करने के लिए अब बारहद्वारी मैदान में नहीं जा सकते हैं। इसका प्रमुख कारण जूस्को के द्वारा रामलीला मैदान से लेकर सिंह स्वीट मार्ट बिल्डिंग तक बीच में ऊंचा डिवाइडर लगा दिया गया है । कोई भी फूट मार्ग नहीं बनाया गया किसी भी व्यक्ति को जाने के लिए काफी दूर से घूमना पड़ता है जो न्याय संगत नहीं है । मोहल्ले के या बस्ती वासियों से किसी भी तरह का कोई विचार विमर्श नहीं हुआ लोगों में आक्रोश है बिल्कुल ही तानाशाही रवैया अपनाया गया है इस समस्या के निदान के लिए तीन स्थानों में इस सड़क से सड़क पार होने के लिए फूट पथ बनाया जाए जिससे लोग आसानी से उस पार पहुंच जाए दूसरी ध्यान आकृष्ट कराया गया बसंत टॉकीज के समीप शहीद चौक को निरस्त कर दिया गया जिसके कारण काशीडीह जाने का मुख्य रास्ता की दिशा परिवर्तन कर देने से यह सड़क पूरी तरह बंद हो चुका है जो भी डायवर्सन बसंत टॉकीज के पास बनाया गया है व काशीडीह निवासियों के लिए या साक्ची बाजार दुकान वालो के लिए न्याय संगत नहीं है उक्त स्थान में पुन: इस समस्या के निदान के लिए एक गोल चक्कर का निर्माण हो या डायवर्सन रोड को डबल चौड़ीकरण तभी समस्या का निदान हो सकता । काशीडीह लाइट नंबर 1 की सड़के हमेशा जाम रहती है बस्ती वासियों का जीना दूभर हो गया अगर कोई व्यक्ति या मरीज को हार्ट अटैक हो जाए तो व ट्रैफिक जाम में ही अपना दम तोड़ देगा । हमने आरक्षी अधीक्षक से कहा इस समस्या का निदान हो और जिस में प्रैक्टिकल रूप से बस्ती वासियों के साथ बैठकर उनके आग्रह को स्वीकार किया जाए कभी भी कोई नियम कानून बस्ती के लोगों के या ग्राम या गांव के सहयोग उनके चिंतन को समझना चाहिए पर दुर्भाग्य है कि किसी प्रकार की सड़क की ड्राइंग को बनाते समय बस्ती वासियों के दर्द को नहीं समझा गया उचित कार्रवाई हो अन्यथा हम गांधीवादी तरीके से चरणबद्ध आंदोलन के लिए तैयार बैठे हैं सारे बस्ती वासी इस मुद्दे में एकजुट होकर आंदोलनरत है

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