

जमशेदपुर : परसुडीह के प्रमथनगर में ब्याही गयी नेहा कुमारी के शादी के अभी 3 माह में छह दिन बाकी ही थे कि आरोपी पति मनमोहन प्रसाद ने उसे कार के लिए रास्ते से हटा दिया. आरोपी चक्रधरपुर इलाके के एक सरकारी स्कूल का टीचर है. पुलिस ने उसे तो जेल भेज दिया है, लेकिन बाकी के आरोपी अबतक पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.

पुलिस को पत्नी का नाम भी बताया गलत
मनमोहन पर आरोप है कि उसने पुलिस को पत्नी का नाम मीना कुमारी बताया था, जबकि उसका नाम नेहा कुमारी है. शुरू से ही पुलिस को उसकी गतिविधियों पर आशंका थी.
एसी, कूलर, फ्रीज के बाद मांग रहा था कार
दहेज में एसी, फ्रीज और कूलर लेने के बाद जब टीचर ने कार की मांग रखी थी तब मायकावाले बेटी के घर 19 अगस्त को पहुंचे थे. तीन दिनों तक वे बेटी के घर पर रहे और समझौता कर 21 अगस्त को वापस बिहार लौट गये थे. ठीक 22 अगस्त की रात टीचर ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलाकर नेहा का गला घोंट दिया और शव को फंदे पर लटका दिया. नेहा के गले पर नाखून के निशान भी मायकावालों ने देखा है.
बारी-बारी से खुल रही है कहानी
मायकावालों ने दावा किया है कि गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को फंदे पर लटकाया गया है. बंद कमरे में फांसी लगाने की बात भी टीचर की झूठी साबित हो रही है. पड़ोसी चर्चा यह कर रहे हैं कि अगर कमरा बंद था तब पुलिस को बुलाकर मौजूदगी में कमरा क्यों नहीं खुलवाया था.

Reporter @ News Bharat 20