झारखण्ड:- बोकारो जिला के गांधीनगर के बबलू कुमार,काबुल शहर में फंसे हैं, वह भारत वापस आना चाहते हैं. उनके भाई लाल बाबू तथा सुभाष कुमार ने बताया कि बबलू इसी वर्ष जून में रोजगार के लिए काबुल गया था. वहां एक प्राइवेट कंपनी में काम कर रहा था. बबलू की पत्नी लाखो देवी, पुत्र लकी तथा निशांत समेत अन्य परिजन उनके सकुशल वतन वापसी का इंतजार कर रहे हैं. परिजनों ने सरकार से उनकी सकुशल वापसी की गुहार लगायी है.
बबलू ने व्हाट्सएप कॉल पर बताया कि जब से अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हुआ है, वह काबुल एयरपोर्ट के पास के मुहल्ले के एक किराये के घर में उत्तर प्रदेश के तीन साथियों के साथ कैद है. गोलियों की तड़तड़ाहट अक्सर सुनने को मिल रही है. तालिबानी लड़ाके कभी-कभी घर में आते हैं और कहते हैं कि हमारे कमांडर के अगले आदेश का इंतजार करो. उन्होंने बताया कि 16 अगस्त को ही भारत वापसी का टिकट था.
उस दिन वह निर्धारित समय पर काबुल एयरपोर्ट गये थे. जैसे ही भारतीय विमान काबुल एयरपोर्ट पर लैंड किया वहां भगदड़ मच गयी और गोलीबारी होने लगी. इस कारण उड़ान रद्द कर दी गयी. किसी प्रकार एयरपोर्ट से बचकर वह अपने कमरे में लौटे. उन्होंने बताया कि भारतीय दूतावास पूरी तरह खाली हो चुका है. हमारी सुननेवाला कोई नहीं है.
Reporter @ News Bharat 20