आज के समय में हर माता-पिता अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर बहुत परेशान रहते हैं। कोरोना के कारण कक्षाएं न लगने से बच्चों की रूचि पढ़ाई से कम होती जा रही है और दूसरी ओर ऑनलाइन क्लासेस के कारण बच्चों का जुड़ाव मोबाइल से अधिक हो गया है। ये दोनों ही स्थितियां बच्चों के माता-पिता के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है।
हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा मन लगाकर पढ़ाई करे। हालांकि ऐसे में बच्चे पर दबाव डालना सही नहीं रहता है लेकिन कई बार बच्चों में पढ़ाई को लेकर अत्यधिक लापरवाही देखी जाती है या उनका मन बिल्कुल भी पढ़ाई में नहीं लगता है। ऐसे में माता-पिता का चिंतित होना स्वाभाविक है। यदि आपके बच्चे का मन भी पढ़ाई में नहीं लगता है और आप तमाम प्रयास करके थक चुके हैं तो ज्योतिष शास्त्र में बताए गए कुछ उपाय कर सकते हैं।
स्टडी रूम में रखें इन बातों का ध्यान
जहां भी आपका बच्चा पढ़ता है वहां पर बिल्कुल भी गंदगी नहीं होनी चाहिए। पढ़ाई की टेबल से लेकर कमरे की सफाई का विशेष ध्यान रखें। इस बात का ध्यान रखें कि कमरे में बंद से ज्यादा सामान भरा हुआ नहीं होना चाहिए। पढ़ाई की टेबल पर ज्यादा कॉपी-किताबें न रखें। केवल विषय से संबंधित किताबें ही मेज पर रखें। बच्चे की पढ़ने की टेबल कभी भी उत्तर-पश्चिम के कोने में न रखें। बच्चे को हमेशा पूर्व दिशा की ओर मुख करके पढ़ने बिठाएं।
धार्मिक पुस्तकों का दान करें
अगर आपके बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता है तो हर बृहस्पतिवार (गुरुवार) को किसी मंदिर जाकर विष्णु जी के समक्ष घी का दीपक जलाना चाहिए और केले के वृक्ष में जल चढ़ाना चाहिए। बच्चे के माथे पर केले के वृक्ष की मिट्टी का तिलक लगाएं। इसी के साथ धार्मिक पुस्तकों, कलम व शिक्षा सामग्री का क्षमतानुसार दान अवश्य करना चाहिए।
ऊं का उच्चारण
यदि आपके बच्चा पढ़ाई करते समय एकाग्रता नहीं रख पाता है तो उसकी जेब में फिटकरी का एक छोटा सा टुकड़ा रखें। इसके अलावा मन की एकाग्रता बढ़ाने के लिए प्रतिदिन बच्चे की, ऊं के उच्चारण की आदत डालनी चाहिए। इसके अलावा पूजन के बाद रोजाना केसर से बच्चे का तिलक करना चाहिए।
पंडित सुधांशु तिवारी
Reporter @ News Bharat 20