

न्यूजभारत20 डेस्क:- पूर्वी सिंहभूम जिले के डीसी अनन्य मित्तल आज जमशेदपुर के अंचल और प्रखंड कार्यालय पहुंचे और निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने आगत-निर्गत पंजी, नीलाम पत्रवाद, लगान निर्धारण के मामले, जिला से गए पत्रों के कंप्लायंस, कैशबुक समेत अलग-अलग विभागों को भूमि हस्तांतरण, सरकारी भूमि का अतिक्रमण, अवैध जमाबंदी, म्यूटेशन, नामांतरण, टाटा लीज अतिक्रमण अभिलेख एवं भूमि से संबंधित अन्य मामलों की जांच की साथ ही सभी दस्तावेजों को दुरूस्त रखने का निर्देश दिया।

अंचल के अंतर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में म्यूटेशन के लंबित मामलों की जानकारी ली। साथ ही शीघ्र मामलों का निष्पादन करने को कहा। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया कि आम लोगों को बेवजह कार्यालय का चक्कर न काटना पड़े।
सरकारी जमीन के अतिक्रमण पर सरकारी कर्मियों की जवाबदेही तय होगी डीसी ने अंचल कार्यालय के पदाधिकारियों/कर्मियों को सरकारी जमीन की खरीद-बिक्री, अवैध कब्जा एवं अवैध निर्माण पर पैनी नजर रखने को कहा। राज्य या केन्द्र सरकार की जमीन की खरीद-बिक्री पर त्वरित एक्शन लेने के निर्देश दिये। उन्होने स्पष्ट कहा कि किसी भी परिस्थिति में सरकारी जमीन पर कब्जा या अवैध निर्माण होता है तो संबंधित पोषक क्षेत्र के सरकारी कर्मी की जबावदेही तय करते हुए बर्खास्तगी की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा की स्थिति में स्वत: संज्ञान लेते हुए आरोपी को नोटिस करें, सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को लेकर सर्वे करें तथा जेपीएलई चलायें।
निरीक्षण के दौरान डीसी ने कहा पदाधिकारियों/कर्मियों के बायोमीट्रिक उपस्थिति की भी जांच की। उन्होंने कहा कि बायोमेट्रिक उपस्थिति के बिना सभी अनुपस्थित माने जाएंगे। समय पर कार्यालय आएं और अपनी बायोमेट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित करें। उन्होंने अंचल कार्यालय में निष्पादित किये जाने वाले सभी कार्यों की जांच की। अंचल अधिकारी को कार्यालय के आधारभूत संरचना को और सुदृढ़ बनाने का निर्देश दिया। अंचल के सभी कर्मियों को दक्षता-पूर्वक और पूरी पारदर्शिता के साथ जन कर्तव्यों का निर्वहन करने का निर्देश दिया। इस दौरान अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद, अंचल अधिकारी जमशेदपुर सदर मनोज कुमार उपस्थित थे।