

न्यूजभारत20 डेस्क/आदित्यपुर:- डॉ भीमराव अंबेडकर मंच के द्वारा आज आदित्यपुर 2 स्थित कल्याण कुंज सभागार में समारोह पूर्वक डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर पर्षद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह थे. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत रत्न डॉ अंबेडकर ने देश को संविधान देकर सभी वर्गों को एक दिशा देने का काम किया. लेकिन दुख होता है कि आज महापुरुषों को भी जातियों में बांट दिया गया है. बाबा साहेब को बचपन में स्कूलों में कक्षा में बैठने नहीं दिया जाता था. लेकिन उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी उच्च शिक्षा ग्रहण किया और 4-4 भाषाओं में पीएचडी किया. पढ़ाई के उपरांत उन्होंने जब नौकरी ग्रहण की तो दफ्तरों में उनके साथ नीची जाति कहकर भेदभाव किया जाने लगा. मजबूरन उन्हें नौकरी त्यागनी पड़ी. लेकिन देश की आजादी के बाद उन्होंने ऐसा संविधान लिखा जिसमें सभी धर्म, वर्ग और जातियों को समानता का अधिकार दिया जो आज भी सर्वमान्य है. समारोह की अध्यक्षता कुमार विपिन बिहारी ने किया जबकि संचालन सत्यनारायण साहू और प्रमोद गुप्ता ने किया. कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं में राजद के प्रदेश सचिव देव प्रकाश देवता, पूर्व पार्षद सिद्धनाथ यादव, रविदास समाज के प्रतिनिधि यदुनंदन राम, नाई समाज के प्रतिनिधि प्रभात ठाकुर, लोजपा के प्रदेश सचिव मनोज पासवान, डॉ एसके रत्नाकर, दिनेश गुप्ता, ब्याहुत कलवार समाज के अध्यक्ष कुमार विपिन बिहारी, यादव समन्वय समिति के संरक्षक एसएन यादव, एसडी प्रसाद, प्रजापति समाज के प्रतिनिधि राजेश्वर पंडित, देवेंद्र प्रसाद साहू, गोपाल साहू, राजेश कुमार गुप्ता, कार्तिक चंद्र साहू, शम्भू साहू, रामजी शर्मा आदि ने समारोह को संबोधित किया. उपस्थित वक्ताओं ने बाबा साहेब के मूलमंत्र की व्याख्या करते हुए कहा कि बाबा साहेब व्यक्ति के रूप में महामानव थे. उन्होंने जीवन के आदर्श और मौलिक अधिकारों से हमें अवगत कराया था. आज हमें सामाजिक स्वतंत्रता की आवश्यकता है जिसमें जाति सबसे बड़ा बाधक है. वक्ताओ ने वर्तमान परिवेश में स्त्री शिक्षा पर भी बल दिया.
