सरायकेला खरसावां: चांडिल प्रखंड सभागार मे अनुमंडल पदाधिकारी चांडिल रंजीत लोहरा की अध्यक्षता में उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य 2047 योजना अंतर्गत बिजली महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ प्रदान कर किया गया। तत्पश्चात सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
इस दौरान मंच पर उपस्थित माननीय अतिथियों के द्वारा उज्वल भारत उज्वल भविष्य 2047 कार्यक्रम को लेकर अपने अपने मनतब्य रखे इस क्रम मे कार्यपालक अभियंता DVC (दामोदर वैली कॉरपोरेशन ) सुब्रतो गाँगुली ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के संयुक्त तत्वाधान में आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देश को प्रगति की राह पर लाना है जिसमें विद्युतीकरण का सबसे महत्वपूर्ण अहम योगदान होता है। इस दौरान उन्होंने विभिन्न उदाहरण देते हुए बताया कि आज की जीवनशैली में विद्युतीकरण किस प्रकार से प्रभाव डालता है उन्होंने कहा आज हर गांव अपनी तरक्की की कहानी स्वयं बयान करती है आजादी के 67 साल बाद भी काफी ग्रामीण क्षेत्रों में विकास से कोसों दूर थे जहां विद्युतीकरण नहीं पहुंच पाई थी। जिस के मुख्य कारण यह थे कि गांव तक पहुंचने की कोई साधन नहीं थी तथा कहीं ऊंचे पहाड़ तो कहीं कच्चे रास्ते थे ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में भी अथक प्रयास को किया गया है और आज भारत के हर ग्राम को विद्युतीकरण द्वारा रोशन किया गया है।इस दौरान उन्होंने विद्युतीकरण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिजली केवल एक ही नहीं अपितु सभी क्षेत्रों में अनिवार्य है अगर बात जहां शिक्षा की हो या स्वास्थ्य की या चाहे उद्योगीकरण की, सभी क्षेत्र मे विद्युतीकरण की अपना एक अहम भूमिका होती है।
उक्त अवसर पर डॉक्यूमेंट्री वीडियो के माध्यम से विद्युत् के क्षेत्र मे सरकार की अब तक की उपलब्धिया एवं उनके प्रयास साथ हि भविष्य मे विधुतीकरण से जुड़े योजनाओं के बारे मे दर्शाया गया। ज्ञात हो कि हमारे देश मे बिजली की 4 लाख मेगा वाट की उत्पादन क्षमता है एवं 1.6 लाख बिजली लाइन बनायीं गयी है वहीं सौभाग्य योजना के तहत शत % घरों को अच्छादित किया गया है
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा ने ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज के जीवन शैली मे जिस प्रकार भोजन पानी शिक्षा की आवश्यकता है उसी प्रकार विधुत भी हमारे जीवन का काफी महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसके बिना जनमानस अधूरा है केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के समनवय से हि यह संभव हो पाया है। साथ ही उन्होंने बोकारो थर्मल प्लांट एवं दामोदर वैली कॉरपोरेशन के द्वारा विद्युतीकरण में हो रहे इस अमूल्य सहयोग एवं उनके कर्मठ योगदान पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यह इनके बिना असंभव था जहां आज सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली को पहुंचाया जा रहा है। जहां की शिक्षा व्यवस्था साक्षरता दुरुस्त हो रही है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा राज्य विधुत उत्पादन मे काफी अग्रसर है और एक नागरिक होने के साथ साथ यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि इसके उपयोग के साथ इसके बचत पे भी ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य मे भी इसके निरंतर उपयोगिता बनी रहे एवं समय पर इसका भुगतान भी अवश्य करें। आज केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री सहज़ बिजली हर घर घर योजना, सौभाग्य योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना आदि से लाभवित किया गया है,साथ हि हमें अक्षय ऊर्जा जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, बायो गैस जैसे विभिन्न अन्य तकनिको के द्वारा विद्युतिकरण को बढ़ावा देना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान खरसावां नुक्कड़ नाटक टीम के द्वारा सांसांस्कृतिक नृत्य को दर्शाया गया एवं नाटक के माध्यम से बताया गया कि किस प्रकार विधुत हमारे जीवन की आवश्यकता है और हमें इसकी बचत करनी चाहिए।
संचालन कार्यक्रम का संचालन प्रखंड विकास पदाधिकारी चांडिल मनीष कुमार के द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम के बिन्दुओ पर विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। उपस्थिति उक्त अवसर पर उपरोक्त के अलावे अंचल अधिकारी चांडिल प्रणव अम्बाष्ठा, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विधुत विभाग महेश्वर कुमार,डिविजनल इंजीनियर DVC जमशेदपुर सूर्यमानी सिंह एवं विभिन्न विभागों के पदाधिकारीगण,कर्मी एवं सम्मानित जनता उपस्थित हुए।
Reporter @ News Bharat 20