

आदित्यपुर। देश में भले इंद्र की कृपा नहीं बरस रही है मगर आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में हर तरफ “इंद्र” की ही कृपा बरस रही है। यही कारण है कि “इंद्र” के बुने जाल में फंसकर उद्यमियों की राष्ट्रीय संस्था लघु उद्योग भारती सरायकेला- खरसावां जिला कमिटी में एकबार फिर से टूटने का खतरा मंडरा रहा है। संस्था के सदस्य प्रदेश स्तरीय एक वरीय अधिकारी के हस्तक्षेप से नाराज है और आगामी रांची के कार्यकारिणी की बैठक के उपरांत एक बार फिर लघु उद्योग भारती में दो फाड़ हो सकता है। बताते चले कि इससे पूर्व लघु उद्योग भारती की पूरी कमिटी को बदल दिया गया था, जिसके बाद उस कमिटी के नाराज सदस्यों ने “इसरो” संगठन की स्थापना कर ली। लघु उद्योग भारती सूत्रों की माने तो जिला ईकाई के कार्यो में प्रदेश स्तरीय अधिकारी द्वारा हस्तक्षेप किया गया और जिला संगठन को अपने प्रभाव की बदौलत पूरी तरह से निष्क्रिय रखा गया। रांची में होने जा रहे प्रदेश स्तरीय बैठक से पूर्व जिला अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों के नामों की पैरवी का खेल चल रहा है। इन तमाम बातों से वर्तमान कमिटी के सदस्यगण नाराज है और रांची की बैठक भी हंगामेदार होने के आसार है। सूत्रों की माने तो शहर के एक नामी उद्यमी के पैरवी पर कमसा स्टील के मालिक विनोद शर्मा को सरायकेला- खरसावां जिला अध्यक्ष बनाने की तैयारी चल रही है। कार्यकारिणी की बैठक के पूर्व इस बात की चर्चा औद्योगिक क्षेत्र के विभिन्न संगठनों के लोग कर रहे हैं। उद्यमियों का कहना है कि किसी भी संगठन में लोकतंत्र को जिंदा रखना जरूरी होता है। लेकिन, लघु उद्योग भारती को जिस प्रकार से एक बड़े प्रदेश के नेता हाईजैक करने की कोशिश की है यह संगठन की सेहत के लिए सही नहीं है। नाम नहीं छापने की शर्त पर जिला कमिटी के एक शख्स ने बताया कि लघु उद्योग भारती को काम नहीं करने दिया गया। कोई भी निर्णय बगैर प्रभारी के अनुमति के नहीं हो पाया। जिला कमिटी को पूरी तरह से प्रभारी द्वारा निष्क्रिय रखा गया। एकबार फिर से वैसी ही तैयारी चल रही है जिसके विरोध के स्वर मुखर होने लगे हैं। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि आदित्यपुर के उद्यमी इस इंद्रजाल से कैसे निकलते हैं।

