जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो से मानवाधिकार कार्यकर्ता जवाहरलाल शर्मा के दस तीखे सवाल, संस्मरण को याद करते हुए कहा – सवाल के बारे मे पूछने पर डीसी के सामने हक्के बक्के रह गए थे सांसद विद्युत वरण महतो…कार्यकर्ता ने पूछा… क्यों दे आपको वोट???

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न्यूज़भारत20 डेस्क/जमशेदपुर :- लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। जनप्रतिनिधि जीतने की कोशिश कर रहे है कुछ लोगो ने नामांकन दर्ज कर दिया है वही कुछ अभी कतार में भी है। लेकिन इस बीच जमशेदपुर के मानवाधिकार कार्यकर्ता जवाहरलाल शर्मा ने सांसद विद्युत वरण महतो से 10 तीखे सवाल पूछे है।

जमशेदपुर के वर्तमान माननीय सांसद श्री विद्युत वरण महतो जी से मानवाधिकार कार्यकर्ता जवाहरलाल शर्मा का सीधा सवाल –

1. आपको लोकसभा में बहुत सारे प्रश्न पूछने के लिए पुरस्कार दिया गया है। संभवत: आपने 400 से 500 प्रश्न पूछे थे जिसके लिए आपको पुरस्कृत किया गया।

2. आप कृपया यह सार्वजनिक रूप से बताएँ कि मेरे द्वारा आपको दिए गए जनहित के मामले को आपने पिछले 5 सालों में कभी भी क्यों नहीं लोकसभा में उठाया था। आपको मैंने सारे कागज पत्र व फाइलें दी थी। आपसे जमशेदपुर में कई बार बात हुई। टेलीफोन पर भी जब आप दिल्ली में थे तथा लोकसभा का सेशन चल रहा था तब भी मैंने आपको याद दिलाया था। पर पता नहीं किस कारण से आप मेरा प्रश्न लोकसभा में ना तो पूछ रहे थे और ना ही लिख कर दे रहे थे।

3. हर बार आपके द्वारा मुझे समझाया जाता था कि आपका प्रश्न लॉटरी में नहीं निकल पा रहा है अतः मैं कुछ नहीं कर पा रहा हूँ।पर मेरी समझ से यह परे है कि क्या चार-पाँच साल में कभी भी मेरा प्रश्न लॉटरी में नहीं आया? यह अविश्वसनीय लगता है। असल में आपने मेरे प्रश्न को अहमियत ही नहीं दी है और ना ही मुझे।

4. गिरफ्तारी बीमा [अरेस्ट इंश्योरेंस] का मामला प्रधानमंत्री द्वारा अपने विभिन्न विभागों को भेजा गया था। मैंने सारे कागजात आपको दिए थे पर आपने उन्हें महत्वपूर्ण नहीं समझा। अगर यह बीमा लागू हो गया होता तो लाखों लोग जेल में नहीं सड़ते। विपक्षी राजनीतिज्ञ हर बात के लिए ईडी, सीबीआई और आईटी विभाग को हर बात के लिए नहीं कोसते।

5. देश में न्यायिक क्रांति की शुरुआत हो सकती थी। पर आपने इस प्रश्न की अहमियत नहीं समझी।

6. कुछ दिनों पूर्व जब एक दिन आप उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री से मिलने उनके ऑफिस में आए थे संजोग से मैं भी कुछ अन्य लोगों के साथ वहाँ बैठा था। अचानक आप कमरे में आए और उपायुक्त ने आपका स्वागत किया तथा आप दोनों वार्तालाप करने लगे। अपने लोकसभा में प्रश्न पूछने के लिए मिले पुरस्कार तथा हवाई अड्डे की बात की । वहाँ आपकी तारीफ हो रही थी। मुझसे रहा नहीं गया। मैं बीच में टोकते हुए उपायुक्त के सामने ही कह दिया कि आप झूठ बोल रहे हैं।

बताइए पिछले चार-पांच सालों में आपने मेरा प्रश्न क्यों नहीं पूछा? आप हक्के-बक्के हो गए और बार-बार याद दिलाने पर आपको याद आया कि मैं आपसे मिला था फिर आपने कहा कि इस बार आपका प्रश्न जरूर उठाऊँगा।

7. आप पिछले 10 वर्षों में हवाई अड्डा नहीं बनवा सके। अब आम जनता आप पर कैसे विश्वास करे कि आप जनता के लिए कोई ठोस काम करेंगे? कृपया उत्तर दीजिए।

8. अपने लोकसभा में 400-500 प्रश्न पूछे हैं यह सत्य है या नहीं इसकी पुष्टि के लिए उन प्रश्नों की लिस्ट जारी कीजिए।

9. टीएमएच में कुछ मरीजों का बिल माफ करवा देना कोई बड़ी बात एमपी के लिए नहीं है। टाटा कंपनी CSR के तहत यह कर देती है जो उसे करना ही है। फिर आपने ऐसी कौन सी बड़ी बात कर दी है।

10. नगर निगम जिसमें लोगों को तीसरा मताधिकार मिल जाता, आपने कभी भी इसका खुलकर समर्थन नहीं किया। अब आप अपने लिए वोट मांग रहे हैं पर जमशेदपुर की 20 लाख की आबादी के अपने स्वशासन के अधिकार पर ना तो कभी बोलते हैं और ना ही कभी कुछ करते हैं। आप टाटा कंपनी से उपकृत है तो जाहिर है कि आप ऐसा नहीं करेंगे।

अतः आप इस सवाल का जवाब दीजिए कि हम लोग आपको वोट क्यों दें?

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