

न्यूजभारत20 डेस्क:- बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने पारिवारिक रिश्तों से ऊपर उठकर कानून और पार्टी की साख को प्राथमिकता देते हुए बड़ा फैसला लिया है। मायावती ने अपनी भतीजी एलिस के पति, सास और ससुर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। यह कार्रवाई एलिस की तरफ से दर्ज कराए गए घरेलू हिंसा के मुकदमे के चंद घंटों के भीतर की गई, जिससे पार्टी की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को मजबूती मिलती है। एलिस ने अपने पति, सास और ससुर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। एलिस का आरोप है कि शादी के बाद से ही उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। उसके अनुसार, ससुरालवालों ने दहेज की मांग की और जब उसे पूरा नहीं किया गया, तो उसके साथ लगातार दुर्व्यवहार किया गया।

शिकायत दर्ज होने के तुरंत बाद मायावती ने इस मामले को गंभीरता से लिया और पार्टी की छवि को ध्यान में रखते हुए आरोपियों को तत्काल BSP से निष्कासित कर दिया। मायावती ने बयान जारी करते हुए कहा, “पार्टी में अनुशासन और नैतिकता सर्वोपरि है। जो लोग महिलाओं पर अत्याचार करते हैं, उनके लिए BSP में कोई जगह नहीं है – चाहे वो कोई भी हो।” यह फैसला BSP की ओर से एक कड़ा संदेश माना जा रहा है कि महिला सुरक्षा, आत्मसम्मान और न्याय के मुद्दों पर पार्टी किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी – भले ही मामला पार्टी के भीतर से ही क्यों न हो। पार्टी के इस रुख की कई सामाजिक संगठनों और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने सराहना की है। यह घटना यह भी दर्शाती है कि मायावती निजी रिश्तों के बजाय न्याय और सिद्धांतों को तरजीह देने में विश्वास रखती हैं।