बिहार के जमुई में तेरहवीं पर अश्लील डांस का आयोजन, बेटे की हरकत पर बवाल

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न्यूजभारत20 डेस्क:- बिहार के जमुई जिले से एक अजीब और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने सामाजिक मूल्यों और परंपराओं को सवालों के घेरे में ला दिया है। यहां एक युवक ने अपने पिता की तेरहवीं के दिन श्रद्धा और शोक की परंपरा को दरकिनार करते हुए डांसर बुलाकर अश्लील डांस का आयोजन करवाया। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर लोग कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। घटना जमुई जिले के एक गांव की बताई जा रही है, जहां एक व्यक्ति के पिता का निधन हुआ था। हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार, मृतक की आत्मा की शांति के लिए तेरहवीं का आयोजन किया गया था। लेकिन इस धार्मिक अवसर को कुछ अलग ही अंदाज़ में मनाया गया। परिवार की ओर से रात को गांव में स्टेज बनाकर डांसर बुलाए गए और अश्लील गानों पर पूरी रात तक डांस का कार्यक्रम चला।

इस शर्मनाक आयोजन का वीडियो किसी ग्रामीण ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि स्टेज पर डांसर्स अश्लील गानों पर परफॉर्म कर रही हैं, और सामने बैठे लोग पैसे लुटा रहे हैं। इस दौरान शराब और हंगामे की भी बातें सामने आ रही हैं। गांव के बुजुर्गों और समाजसेवियों ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि ऐसे कार्यक्रम परिवार की इज्जत और धार्मिक भावनाओं का अपमान हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। वीडियो के वायरल होने के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने भी मामले का संज्ञान लिया है।

जमुई पुलिस ने कहा कि वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है, और आयोजन की अनुमति संबंधित कागज़ात की भी पड़ताल हो रही है। यदि मामला सही पाया गया तो आयोजक के खिलाफ सार्वजनिक अश्लीलता और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने जैसी धाराओं में कार्रवाई हो सकती है। समाजशास्त्रियों और धार्मिक जानकारों का मानना है कि यह घटना न सिर्फ परंपरा के विपरीत है, बल्कि भारतीय संस्कृति में श्रद्धा और शोक के बीच जिस सम्मान की उम्मीद की जाती है, उसकी सीधी अनदेखी है। तेरहवीं जैसे मौके पर ऐसा कृत्य नैतिक रूप से भी निंदनीय माना जा रहा है। जमुई की यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि आधुनिकता और मनोरंजन के नाम पर हम कहीं परंपराओं और मर्यादाओं को खो तो नहीं रहे हैं? ऐसे मामलों में केवल सामाजिक निंदा ही नहीं, कानूनी कार्रवाई भी जरूरी है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोहराई न जा सकें।

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