

न्यूजभारत20 डेस्क:- पंजाब में बैसाखी का पर्व धूमधाम से मनाया गया और इस विशेष अवसर पर अमृतसर स्थित श्री हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। बैसाखी के दिन विशेष पूजा अर्चना और अरदास की जाती है, और इस वर्ष भी लाखों श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारे में आकर नतमस्तक होकर मत्था टेका। बैसाखी का पर्व सिख समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल फसल की कटाई का त्योहार है, बल्कि यह दिन 1699 में सिख धर्म के संस्थापक गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा खालसा पंथ की स्थापना का भी प्रतीक है। इस दिन को लेकर विशेष धार्मिक आयोजन, कीर्तन, पाठ और श्रद्धा भाव से पूजा-अर्चना की जाती है। गुरुद्वारे में इस दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हुई। सिख धर्म के अनुयायी और पर्यटक देश-विदेश से श्री हरमंदिर साहिब पहुंचे। मंदिर परिसर में हर तरफ गुरबानी की आवाज गूंज रही थी और श्रद्धालु भक्ति भाव से पूजा कर रहे थे।

विशेष रूप से इस दिन गुरुद्वारे की स्वर्ण छत और विभिन्न हिस्सों में आकर्षक सजावट की गई थी, जो श्रद्धालुओं को भव्य दृश्य प्रदान कर रही थी। भारी भीड़ के मद्देनज़र अमृतसर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। पुलिस बल को तैनात किया गया और श्रद्धालुओं की व्यवस्थित तरीके से आवाजाही सुनिश्चित की गई। सुरक्षा के तहत सीसीटीवी कैमरों, मेटल डिटेक्टर और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा, गुरुद्वारे के आसपास के इलाकों में ट्रैफिक व्यवस्था को भी नियंत्रित किया गया ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके। गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं का जो उत्साह और आस्था देखने को मिली, वह अविस्मरणीय था। बहुत से श्रद्धालु पारंपरिक भारतीय परिधान में गुरुद्वारे पहुंचे और कुछ ने गुरुद्वारे के गोल्डन पुल से जल भरकर अपने घरों में पूजा करने के लिए लिया। कई परिवारों ने यहां अपने बच्चों की पहली अरदास करवाई।
श्रद्धालुओं का कहना था कि बैसाखी का पर्व उनके लिए एक विशेष अवसर होता है, जब वे अपने दुखों को दूर करने के लिए आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्री हरमंदिर साहिब आते हैं। इस विशेष दिन की घटनाओं को देखने के लिए लाखों लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय थे। अमृतसर गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और बैसाखी की पूजा की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। गुरुद्वारे की भव्यता और श्रद्धा से भरी तस्वीरों ने लोगों को एकजुट किया और सिख धर्म की गहरी आस्था को दर्शाया। बैसाखी के पर्व पर अमृतसर के श्री हरमंदिर साहिब गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं की भीड़ और भक्ति का माहौल गवाह था। प्रशासन की ओर से किए गए सुरक्षा इंतजामों और श्रद्धालुओं की श्रद्धा ने इस दिन को यादगार बना दिया। बैसाखी का पर्व न केवल एक धार्मिक अवसर है, बल्कि यह सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक भी है।