

न्यूजभारत20 डेस्क:- सरला बिरला विश्वविद्यालय में सरहुल के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अपने उदगार व्यक्त करते हुए सरला बिरला विश्वविद्यालय के माननीय महानिदेशक प्रो. गोपाल पाठक ने प्रकृति पर्व सरहुल पर बोलते हुए प्रकृति के संरक्षण पर जोर दिया। प्रकृति के साथ मानव के पारस्परिक संबंधों पर उन्होंने कहा कि अगर प्रकृति रहेगी, तभी मानव का अस्तित्व सुरक्षित रहेगा। जल-जंगल-जमीन से अभिन्न नाता रखने वाले आदिवासी समुदाय की संस्कृति और उनकी साफ-सफाई और सादगी पसंद जीवन की बात करते हुए उन्होंने इसे अनुकरणीय बताया। माननीय कुलपति प्रो सी जगनाथन ने आधुनिक दौर में अपनी संस्कृति और परंपरा से जुड़े रहने की अपील की। उन्होंने उपस्थित श्रोताओं को कहा कि चाहे आप आनेवाले दिनों में देश-विदेश में कहीं भी हों, लेकिन अपने पर्व त्योहारों को अवश्य मनाएं और अपनी परंपराओं से जुड़े रहने की सीख आनेवाली पीढ़ी को भी अवश्य दें।

इस अवसर पर उपस्थित श्रोताओं को विवि के कुलसचिव प्रो. श्रीधर दंडिन, डीन डॉ. नीलिमा पाठक, विभाग की प्राचार्या डॉ. सुभानी बाड़ा एवं नर्सिंग और योग विभाग के प्रशासक आशुतोष द्विवेदी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन श्वेता कुमारी और धन्यवाद भाषण मनीषा कुमारी ने दिया। रोजलिन तिग्गा ने सरहुल परब पर रोशनी डाली। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
विवि के माननीय कुलाधिपति श्री बिजय कुमार दलान और माननीय राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने सरहुल के अवसर पर विवि के शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।