

गम्हरिया /सरायकेला -खारसवाँ (अभय कुमार मिश्रा ):– एक तरफ प्रदेश सरकार खुद को बुजुर्गों और वंचितों का हितैषी साबित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। वहीं आदिवासी बाहुल्य जिला सरायकेला में अफसरों की लापरवाही और सीएससी सेंटर संचालकों की मनमानी के कारण बुजुर्गों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कारण यह है कि कुछ प्रज्ञा केन्द्र के संचालक ग्रामीण क्षेत्र में सीएससी सेंटर एलॉट करवाकर शहरी क्षेत्रों में इसका संचालन कर रहे हैं। इसकी जानकारी तब हुई जब कोरोना के मद्देनजर ग्रामीणों की समस्या सुनने के लिए गूगल मीट के जरिए डीसी मीट का आयोजन जिला प्रशासन ने किया। इसके लिए प्रज्ञा केन्द्र में वीएलई के माध्यम से डीसी मीट का समय दोपहर के दो बजे रखा गया। इस चिलचिलाती धूप में अपनी समस्या को लेकर बुजुर्ग ग्रामीण जब आदित्यपुर थाना क्षेत्र स्थित गम्हरिया ब्लॉक के पास सुदर्शन सिंह के सीएससी सेंटर पहुंचे तो वहां ताला लगा हुआ था। वहीं इस संबंध में भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष रश्मि साहू ने बताया कि यह सिर्फ एक प्रज्ञा केन्द्र का मामला नहीं है, गम्हरिया प्रखंड के ही दुग्धा पंचायत के लोग अपने गांव से लगभग पांच किलोमीटर दूर आदित्यपुर थाना अंतर्गत दुर्गा मैदान के पास राजेश कुमार पंडित के सीएससी सेंटर आये थे। इतना ही नहीं इस डीसी मीट का प्रचार प्रसार नही होने के कारण ज्यादातर ग्रामीणों को इसकी जानकारी तक नहीं है।

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