आधुनिक भारत की शिक्षा की देवी थी सावित्री बाई फूले और सत्यशोधक समाज के संस्थापक थीं महात्मा ज्योतिबा फूले – रामचंद्र

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न्यूजभारत20 डेस्क/आदित्यपुर:- भारत की प्रथम महिला शिक्षिका ज्ञान ज्योति सावित्री बाई फूले और महात्मा ज्योतिबा फूले की स्मृति में प्रभात नगर विकास समिति सह श्रमिक एवं निर्माण स्वावलम्बी सहयोग समिति के तत्वावधान में शिक्षा महोत्सव सह ज्योतिबा फूले की जयंती समारोह का आयोजन प्रभात पार्क में किया गया। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित अध्यापिका संध्या प्रधान ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि विश्वमोहन कुमार ने कहा कि फूले देश की प्रथम महिला शिक्षिका थीं, जिनके अथक प्रयास से महिलाओं और पिछड़े दलितों को पढ़ने का अधिकार मिला। समिति के अध्यक्ष रामचंद्र पासवान ने कहा कि आधुनिक भारत की शिक्षा की देवी थी सावित्री बाई फूले और सत्यशोधक समाज संस्थापक थीं ज्योतिबा फूले। विशिष्ट अतिथि आर एन प्रसाद ने ज्योतिबा फूले के सामाजिक क्रांतिकारी विचारों की चर्चा करते हुए कहा कि सावित्री बाई फूले और ज्योतिबा फूले को आदर्श बनाकर ही हम उन्नति कर सकते हैं। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित सामाजिक न्याय के योद्धा वीरेंद्र कुमार यादव ने कहा कि हमारा सबसे बड़ा दुश्मन अज्ञान अंधविश्वास और पाखंडवाड है जो हमें हर हाल में एकजूट होकर दूर करना है खत्म करना है। समिति के उपाध्यक्ष एस डी प्रसाद ने कहा कि फूले दंपति की देन है कि आज हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं। समाज में स्त्रियों को उतना ही अधिकार मिले, जितना पुरूषों को मिलता है। समिति के महासचिव ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी उन्नति सरस्वती पूजा करने से नहीं बल्कि माता सावित्री बाई फूले और महात्मा ज्योतिबा फूले के विचारों को अमल में लाने से होगा। धन्यवाद ज्ञापन समाजसेवी राजेंद्र प्रसाद ने किया। फूले दंपति के विचारों को घर-घर पहुँचाने व बड़े पैमाने जागरूकता अभियान करने पर विश्वमोहन कुमार ने जोर दिया। कार्यक्रम में संरक्षक जवाहर लाल सिंह, महेश राम, अनिल प्रसाद, सीएल सिंह, सी के कपूर, श्यामलदास मौजूद रहे।

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