न्यूजभारत20 डेस्क:- चांडिल डैम से पूर्ण रूप से विस्थापित गांव में भी होता हे योजना का कार्य,योजना का पैसा की लूट रोजगार सेवक से लेकर प्रखंड के अधिकारी तक मिल बाट कर करते हे। सरायकेला खरसावां जिले के चांडिल प्रखंड अंतर्गत रसुनिया पंचायत में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत हुए कामों में लाखों रुपए का घोटाला की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि ऑनलाइन सिस्टम में सेंधमारी कर फर्जी मजदूर, फर्जी काम की एंट्री करके लाखों रुपए का पेमेंट निकाला गया है। पिछले तीन सालों से ही यह खेल चल रहा है।बताया जा रहा है कि इस पंचायत में अगर आपको मनरेगा से या 15वी वित्त आयोग से कुछ भी काम कराना हो तो इसी पंचायत में रहने वाले कुछ दलाल है उनसे पहले लेन देन की बात करनी पड़ती है नही तो ऑफसर बाबु लोंग आपके कागजात को आगे नहीं बढ़ायेंगे।अगर आपको किसी तरह काम मिल भी गया तो जाँच के माध्यम से दलाली ओर ऑफसरसाही दिखाकर लूट खाते हैं। बता दें कि दलालो का सेटिंग इतना अच्छा है कि 90 प्रतिशत योजना का कार्य को लेबर के बदले बड़े बड़े मशीनों से कर लेने के बाद फर्जी मास्टररोल ,फर्जी हस्ताक्षर करके बिल पास किया जाता हे। यहाँ तक कि जिनके नाम पर कार्ययोजना बनती है उन्हें मालूम भी नहीं चलता है कि कब काम शुरू कब काम फाइनल हुआ और कितना पैसा का निकासी किया गया । योजना कितना रुपये का है ये तो आज तक किसी को पता चला ही नहीं,पूरे पंचायत में जितने भी कार्य चल रहे हैं कही भी शिलापठ नहीं लगा हुआ है। देखा गया कि शिलापठ तो पंचायत भवन के सामने रखा हुआ रहता है। शिलापठ की बात तो छोड़ दीजिये यहाँ तो पूर्ण विस्थापित क्षेत्र में भी काम किया जाता है ओर लाखो लाखो का फण्ड भी निकासी किया गया है लेकिन जाँच करने वाला कोई नहीं। बताया जा रहा है कि एक ही कार्य का दोबारा पेमेंट भी किया जाता है। दलाल लोंग बड़े चलाकी से काम करते है कागज कलम में तो ऐसा काम करते हैं आप फोल्ड निकाल ही नहीं सकते हैं पेमेंट तो गरीबो के खाते में भेजते जरूर है लेकिन कुछ ही छनो के बाद उससे ले भी लेते हैं ओर उसे 100,200 रुपये दे देते हैं।कुछ बोलने से बोलते हैं बिना काम का इतना मिल रहा है वही बहुत है ज़्यादा बोलोगे तो अगले बार से आपका नाम काट देंगे।
ऐसे देते हैं घोटाले को अंजाम
फर्जी कागजात बनाने के लिए बीपीओ साहब ने तरह तरह के दलाल बना के रखे हैं।कोई मास्टररोल तैयार करते है तो कोई डरा धमकाकर पैसा वसूली करके साहब तक पहुचाते है।बीपीओ साहब ने तो एक दलाल को भेंडर का भी लाइसेंस दे कर रखें हैं ताकि कागज कलम में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।
लव महतो जिनके जमीन पर तालाब निर्माण कार्य का योजना निकाला गया है
रसुनिया के लव महतो ने बताया की मेरे नाम से भी मनरेगा के तहत तालाब निर्माण कार्य का योजना लिया गया है परंतु मेरे नाम की योजना से लाखो रुपए का निकासी होने का मुझे किसी के माध्यम से मालूम हुआ हे लेकिन मेरे लेबर कार्ड से चन्नी भर पैसा नहीं मिल पाया है। योजना का काम विश्वनाथ महतो के द्वारा किया जा रहा हे । तालाब के नाम पर अबतक मेरे जमीन की झाड़ी भी साफ नहीं हुआ हे,उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी चोरी में किन किन लोगों का हाथ है इसका उजागर होना चाहिए।
देखने वाली बात तो ये होगी कि इस कार्यो का जाँच कब होगी या फिर लीपापोती करके छोड़ दिया जाएगा।