न्यूजभारत20 डेस्क:- झारखंड के दुमका लोकसभा सीट से चुनाव हारने के बाद आखिर सीता सोरेन ने अपना मुंह खोला। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में साफ कहा कि उन्हें भाजपाइयों ने ही हरवा दिया।
सांसद-विधायक पर लगाया आरोप
इसके लिए सारठ विधायक रणधीर सिंह और पूर्व मंत्री लुईस मरांडी को आरोपी बताया है। उनका कहना है कि चुनाव के दौरान उनके साथ विश्वासघात किया गया है। उन्हें प्रदेश की ओर से बिल्कुल ही सहयोग नहीं मिला है।
प्रदेश नेतृत्व का नहीं मिला सहयोग
इसकी जानकारी भी प्रदेश नेतृत्व को दी गई थी, लेकिन इस दिशा में तब सकारात्मक पहल नहीं की गई थी। सीता सोरेन के बयान के बाद अब पूरे प्रदेश के भाजपाइयों में ही खलबची मची हुई है। सीता सोरेन ने कहा कि उनकी हार कम अंतर से हुई है। अगर भाजपा की ओर से मदद की जाती तब उनकी जीत सुनिश्चत थी।
जामा से बेटी को लड़ाएंगी चुनाव
एक सवाल के जवाब में सीता ने कहा कि वह विधानसभा चुनाव जामा विधानसभा से नहीं लड़ेंगी। यहां से वह अपनी बेटी को प्रत्याशी बनाने की सोच रही हैं।