

न्यूजभारत20 डेस्क: बिहार के नालंदा जिले में शुक्रवार शाम अचानक आए तेज आंधी-बारिश ने भारी तबाही मचा दी। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक कुल 22 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें 9 मासूम बच्चे भी शामिल हैं। कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। तेज हवा, मूसलधार बारिश और बिजली गिरने की वजह से जिले के कई इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। पेड़ गिरने की घटनाओं में अकेले 5 लोगों की मौत हुई है, जिनमें एक 10 साल का बच्चा भी शामिल है। हादसे अलग-अलग गांवों और कस्बों में हुए, जिससे प्रशासन को राहत कार्य में भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। नालंदा जिले के सिलाव, हिलसा, बिहारशरीफ, अस्थावां और कतरीसराय जैसे इलाकों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।

कई घरों की छतें उड़ गईं, फसलें बर्बाद हो गईं और कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित है। जिला प्रशासन ने तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार द्वारा अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है। जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बताया, “प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद दी जा रही है। घायलों का मुफ्त इलाज कराया जा रहा है।” मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए अधिकारियों को तत्काल राहत एवं पुनर्वास कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है। घटना के चश्मदीदों का कहना है कि शाम को अचानक मौसम बदला और तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। देखते ही देखते कई पेड़ उखड़ गए और घरों की दीवारें ढह गईं। “हमने कभी नहीं सोचा था कि अचानक आया तूफान इतना बड़ा नुकसान कर देगा,” एक स्थानीय ग्रामीण ने कहा।