जवान सर्गिय सुरू हांसदा के पत्नी डुमिनी हांसदा को सरकारी सहायता नहीं मिलने के कारण परेशान

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बहरागोड़ा (संवाददाता ):- बहरागोड़ा प्रखंड अंतर्गत कोटूशोल गॉव के मृतक जवान सर्गिय सुरू हांसदा के पत्नी डुमिनी हांसदा को सरकारी सहायता नहीं मिलने के कारण काफी परेशान है.बताया गया कि बीते 14 मार्च को कालचिती स्थित सिआरपिएफ कैंप में सिआरपिएफ के एसिटेन्ट सब इन्सपेक्टर सुरू हांसदा का असामयिक रूप से मृत्यु हो गयी थी. सुरू हांसदा 1985 बैच के सिआरपिएफ जवान के तर्ज पर दानापुर में योगदान दिया था.रिटायरर्मेंट के ढाई साल बचा हुआ था कि अचानक उनका मृत्यु हो गयी.अभी तक मृतक की पत्नी डुमिनी हांसदा सरकारी सहयोग से बंछित है. गरीबी के कारण एक जवान के पत्नी होते हुए भी दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. न्याय पाने की आस में तीन महीने से विभिन्न जनप्रतिनिधियों एवं सरकारी कार्यालयों का दरवाजा खटखटा रही है. पर कहीं से भी न्याय नहीं मिला.अंत न्याय के लिए पिड़िता जब कोर्ट पहुंचा, तो वकील ने बरसोल के जन सुचना कार्यकर्ता कलन महतो से मिलने की सलाह दी. और अंतिम आस लिए पिड़िता ने झारखंड राज्य कोर कमेटी सदस्य सह खतियान आन्दोलन के क्रांतिकारी कलन महतो से मिला व न्याय करने की बात कही. कलन महतो ने विषय को संज्ञान में लेकर सोमवार को सिआरपिएफ के डायरेक्टोरेट जेनरल डिजी आईपीएस कुलदीप सिंह को पत्र सौंपकर मृतक की पत्नी डुमिनी हांसदा को सरकारी सहयोग राशि मुहैया करने की मांग रखी.कलन महतो ने कहा कि मृतक की पत्नी को सहयोग न करके सरकार दोहरी नीति का परिचय दे रही है.झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता सुनील महतो ने कहा कि सरकार देश की जवान के भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना बंद करे वरना जय झारखंड उलगुलान उग्र आन्दोलन करने के लिए बाध्य होगी.

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