

न्यूजभारत20 डेस्क:- बिहार की राजनीति के युवा चेहरे और राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर अपने बेबाक अंदाज़ में राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “मेरी उम्र कच्ची है लेकिन जुबान का पक्का हूं,” — यह बयान न केवल उनका आत्मविश्वास दर्शाता है बल्कि उनके राजनीतिक विरोधियों के लिए एक सख्त संदेश भी माना जा रहा है। तेजस्वी यादव ने यह बयान उन आलोचकों को जवाब देने के लिए दिया जो उनकी युवा उम्र को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उम्र चाहे कम हो, लेकिन जब बात जनता से किए गए वादों की आती है, तो वे कभी पीछे नहीं हटते। राजद नेता ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान युवाओं को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार जैसे मुद्दों पर गंभीर प्रयास किए हैं। उन्होंने यह भी दोहराया कि अगर अवसर मिला तो वे बिहार को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। तेजस्वी ने कहा, “राजनीति में भरोसा सबसे बड़ी पूंजी होती है।

मैं वादा करके पीछे हटने वालों में से नहीं हूं। मुझे जनता ने जिस उम्मीद से देखा है, मैं उस पर खरा उतरने का हरसंभव प्रयास करूंगा।” इस मौके पर तेजस्वी यादव ने अप्रत्यक्ष रूप से अपने राजनीतिक विरोधियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग केवल मेरी उम्र पर सवाल उठाते हैं, लेकिन मैं काम से जवाब देता हूं। उन्होंने कहा, “राजनीति में परिपक्वता अनुभव से नहीं, इरादों की साफगोई और नीयत की पक्की सोच से आती है।” विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान तेजस्वी यादव की एक रणनीतिक पहल है जिससे वे अपनी युवा छवि को एक निर्णायक नेता के तौर पर पेश कर रहे हैं। बिहार की राजनीति में जहां अक्सर वरिष्ठता को तरजीह दी जाती है, वहीं तेजस्वी अपने काम और वादों की विश्वसनीयता के बल पर खुद को स्थापित करने में जुटे हैं।