

दिल्ली :- असदुद्दीन ओवैसी के हालिया बयान ने राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा, “मैं पाकिस्तान का दूल्हा हूं, इसलिए जलते हैं,” जिसे सुनते ही पड़ोसी देश में इसे लेकर असंतोष और आलोचनाओं का तूफान उठ खड़ा हुआ है।

ओवैसी ने यह बयान उन आलोचनाओं और आरोपों के जवाब में दिया, जो उन्हें और उनकी पार्टी को अक्सर पाकिस्तान से जुड़े होने के संदर्भ में लगते रहे हैं। उनका यह बयान भारतीय राजनीति में उनकी स्थिति और मुस्लिम समुदाय के मुद्दों पर उनकी सक्रिय भूमिका को रेखांकित करता है।
पाकिस्तान की मीडिया और राजनीतिक circles ने इस बयान को गंभीरता से लिया है। कुछ पाकिस्तानी विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान भारत-पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और बढ़ा सकता है। वहीं, कुछ इसे भारत के आंतरिक राजनीतिक समीकरणों का हिस्सा मान रहे हैं, जहां ओवैसी अपने समर्थकों के बीच अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर भी इस बयान ने बड़ी प्रतिक्रिया देखी गई है। समर्थक इसे ओवैसी की साफगोई और साहस का प्रतीक मान रहे हैं, जबकि आलोचक इसे नकारात्मक और विवादास्पद करार दे रहे हैं।
कूटनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे बयान द्विपक्षीय संबंधों में और जटिलता ला सकते हैं, खासकर तब जब दोनों देशों के बीच बातचीत के द्वार पहले से ही सीमित हों।
यह मामला दोनों देशों के बीच जारी राजनयिक और सामाजिक तनाव के बीच एक नया अध्याय जोड़ता दिख रहा है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि आने वाले दिनों में इस बयान पर दोनों तरफ से प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है, जिससे स्थिति और संवेदनशील हो सकती है।
