सब्जी बेचने के लुभावने तरीके ने किया ग्राहक को किया आकर्षित , देखे ये अद्तभुत तरीका …

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आदित्यपुर  / सरायकेला :- आपने बाजार में तो बहुत सारे सब्जी वाले को देखा होगा और बहुत सारी सब्जी वाले से सब्जी खरीदी भी होगी लेकिन आज हम एक ऐसे सब्जी विक्रेता के बारे में बतायेंगे जो सब्जी बेचने के साथ-साथ मनोरंजन भी करते हैं और अपने व्यवसाय से खुश भी रहते है . खास बात यह है कि सब्जी वाले के तरीके को देखकर आस पास के लोग भी इनसे प्रभावित भी हो जाते है . और सब्जी बेचने के तरीके से बहुत से ग्राहकों को अपने बातों से लुभा कर अच्छा रोजगार कर रहे हैं। लोक आलोक के पत्रकार अभय मिश्रा ने इस खास मुलाकात के दौरान पाया कि आदित्यपुर के रोड नंबर 8 के सब्जी मार्केट जब सब्जी वाले को जब भिन्डी बेचना होता है तो कहते है ” भिन्डिया इंडिया वाला ” एक पाँव सामान आगे बेचना हो तो क्लाहते है “दसे के पौआ , पेट भरउआ ,चाही कितना रउआ ” दसे के दसे के , झोरा में कसे के , बासी से बचे के ,सस्ता में बेल है , सब आइटम फेल है , महंगा में करुआ तेल है , खाली देसी ल , कम चाहे बेसी ल , लोकल फॉर वोकल को सपोर्ट करते हुए सब्जी वाले का कहना है कि लोकल हा…/ लोकल है , खेतवे का रोपल है , गडिये का जोतल है , जे खाई कटहल के कोआ , उ दिही जिंदगी भर दुआ , अस्सी के लीची , घरे जा के खीची …… इस तरह के तमाम उदाहरण यहाँ देखने को मिल जायेंगे .  बता दें की सब्जी वाले के इस तरीके से काफी लोग प्रभावित होते है . आप भी देखे ये विडियो …

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