नर्सिंग होम के संचालक को गिरफ्तार करने की उठने लगी मांग , झारखण्ड कांग्रेस में उबाल

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जमशेदपुर : कांग्रेस के जोनल प्रवक्ता सुरेशधारी ने आदित्यपुर स्थित 111 सेव लाइफ अस्पताल के संचालक डॉ ओपी आनंद द्वारा झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सह सरायकेला जिले के प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ किए गए अमर्यादित टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कड़े शब्दों में निंदा की है. एक बयान जारी कर उन्होंने डॉक्टर ओपी आनंद से इस गलती के लिए मंत्री से माफी मांगने और भविष्य में इस तरह की गलती ना हो इस बात का भरोसा दिलाए जाने की मांग की है. उन्होंने बताया, कि संवैधानिक पद पर बैठे मंत्री और अधिकारी के खिलाफ इस तरह का अमर्यादित आचरण डॉक्टर जैसे पेशे से जुड़े व्यक्ति का नहीं हो सकता है. उन्होंने 111 सेव लाइफ अस्पताल से वैश्विक त्रासदी के इस दौर में मरीजों का इलाज सेवा भाव से करने की नसीहत दी है. गौरतलब है, कि बीते शनिवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के मौखिक निर्देश पर जिले के प्रभारी सिविल सर्जन 3 सदस्यीय टीम के साथ 111 सेव लाइफ अस्पताल जांच करने पहुंचे थे. जहां जांच टीम को अस्पताल प्रबंधन द्वारा किसी तरह का कोई सहयोग नहीं किया गया. वैसे जांच टीम ने अस्पताल में कई खामियां पाई थी. वहीं जांच टीम को इलाजरत मरीजों के परिजनों से दूर रखा गया. इतना ही नहीं अस्पताल के प्रबंधक डॉ. ओपी आनंद ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर जांच टीम भेजे जाने के विरोध में तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था, मंत्री ने उनके अस्पताल में जांच टीम भेजकर सही नहीं किया. उन्होंने कहा अस्पताल में अगर गंभीर रोगों से ग्रसित मरीज नहीं होते, तो ऐसे जांच अधिकारियों और मंत्री को दौड़ा-दौड़ा कर पीटता. इतना ही नहीं उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री एवं जांच अधिकारी को कूटने की बात कही थी. उधर अस्पताल के प्रबंधक के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों से तीखी प्रतिक्रियाएं आने लगी. लगभग सभी राजनीतिक दलों ने डॉक्टर ओपी आनंद के इस व्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग कर डाली. हालांकि खुद पर किए गए टिप्पणी पर स्वास्थ्य मंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कि मेरे खिलाफ कुछ भी कहें कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन राज्य के डॉक्टर्स वैश्विक त्रासदी के इस दौर में अपने डॉक्टर धर्म का निर्वहन करें. उन्होंने बताया, कि पूरे मामले की जांच जिले के उपायुक्त कर रहे हैं. वहीं उन्होंने कहा जांच में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी. दुर्भावना से ग्रसित होकर कोई रिपोर्ट नहीं बनेगी. उधर प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर वारियल मुर्मू के बयान के आधार पर जिले के एसपी ने 111 सेव लाइफ अस्पताल के प्रबंधक डॉ ओपी आनंद के खिलाफ सर्टिफिकेट केस दर्ज करने का निर्देश जारी कर दिया है. वहीं आरआईटी थाना पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज करते हुए मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है.
दूसरी ओर, कदमा सोनारी कांग्रेस प्रखंड सचिव अभिषेक मोहंती ने आदित्यपुर स्थित 111 सेफ लाइफ हॉस्पिटल के डॉक्टर ओपी आनंद का स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को लेकर दिया गया बयान ना सिर्फ निंदनीय बल्कि निराशाजनक भी है. उनका बयान जिसमें उन्होंने मंत्री के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है. अस्पताल संचालक को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग प्रशासन से की है. डॉ आनंद को समझना चाहिए कि यदि मरीज या जनता की तरफ से उनके अस्पताल को लेकर किसी तरह की कोई शिकायत स्वास्थ्य मंत्री के पास की गई तो मंत्री का यह कर्तव्य है कि उसकी जांच हो, जो उनके द्वारा किया गया. खुद के अस्पताल की जांच की बात आई तो डॉक्टर आनंद से बर्दाश्त नहीं हुआ. इसके लिए अभिषेक मोहंती ने अस्पताल संचालक को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग प्रशासन से की है.

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