देश – दुनिया :- हफ्ते भर पहले यह खबर आती है कि ईरान की राजधानी तेहरान के नजदीक एक हवाई अड्डे पर अदृश्य हमला हुआ है। बहुत से प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वहां ऊंची ऊंची आग की लपटें उठती दिखाई दी हैं। रूस के कई मीडिया सूत्रों ने दावा किया, यह ईरान का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण एयर बेस है जिस पर एक रहस्यमय हमला हुआ है। इस हमले में जान और माल की काफी क्षति हुई होगी लेकिन ईरान इस बारे में चुप ही रहा। गौरतलब है कि यह हमला फिलिस्तीनी आतंकी संगठन और इसराइल के सेनाओं के बीच 11 दिन चले टकराव के फौरन बाद हुआ। इस टकराव में विशेषज्ञों का मानना है कि फिलिस्तीनी उग्र पंथी संगठन हमास को पैसे और हथियारों समेत लॉजिस्टिक्स की सप्लाई ईरान ने की थी।
खैर, आगे बढ़ते हैं। कल मीडिया सूत्रों ने लाइव वीडियो दिखाते हुए एक खबर चलाई कि ईरान के दक्षिणी समुद्र तट पर ईरानी नौसेना का एक विशाल जहाज रहस्यमय तरीके से आग की लपटों में घिर गया। इसके बाद मची अफरा-तफरी में उसमें सवार लगभग 400 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। लेकिन तेल सप्लाई, रसद और हथियारों से लदे इस काफी महंगे जहाज को डूबने से नहीं बचाया जा सका। कहा जाता है कि ईरानी नौसेना को लगभग 5 अरब डालर के आस पास चोट लगी। बमुश्किल 2 दिन गुजरे होंगे कि आज खबर आती है कि अत्यंत रहस्यमय परिस्थितियों में ईरान की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी में भयंकर आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग लगने से पहले भयंकर विस्फोटों की आवाजें भी सुनी गई।
पाठक समझ गए होंगे यह सब दुर्घटनाएं हैं अथवा सुनियोजित हमले और इन हमलों के पीछे कौन हैं आप उसका नाम पता भी जान गए होंगे।
क्या आपको नहीं लगता कि दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध के मुहाने पर खड़ी है ?