झारखण्ड-(मोहिनी):- धनबाद के जज उत्तम आनंद हत्याकांड के मामले में झारखंड हाईकोर्ट में गुरुवार को सुनवाई होगी। यह मामला चीफ जस्टिस डा रवि रंजन व जस्टिस एसएन प्रसाद की खंडपीठ में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है। सुनवाई के दौरान सीबीआइ की ओर जांच की अद्यतन रिपोर्ट अदालत में दाखिल किए जाने की संभावना है। इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी सीबीआई को निर्देश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हर सप्ताह जांच की प्रगति रिपोर्ट में हाईकोर्ट में दाखिल करें। ताकि हाई कोर्ट उसकी समीक्षा कर सके।
पिछली सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से कहा गया था कि इस मामले के तार दूसरे राज्यों से जुड़ सकते हैं, इसलिए सरकार ने सीबीआइ को जांच सौंपने का निर्णय लिया है।
हालांकि इस मामले में पूर्व में राज्य सरकार ने एसआइटी का गठन किया था। जिसकी रिपोर्ट पर अदालत ने नाराजगी जताई थी। अदालत ने कहा था कि पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने में छह घंटे की देरी की है। इसका लाभ आरोपितों को निचली अदालत में मिलेगा।
बता दें कि धनबाद प्रधान जिला जज के पत्र को हाईकोर्ट ने जनहित याचिका में तब्दील कर सुनवाई कर रहा है। इस मामले में अदालत ने सीबीआइ को जल्द से जल्द प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू करने और प्रगति रिपोर्ट अदालत में दाखिल करने का निर्देश दिया था। ज्ञात हो कि जज की हत्या मॉनिंग वॉक के दौरान आटो से टक्कर मार कर कर दी गई। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पूरे साजिश का खुलासा हो सका।
इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने सख्त टिप्पणी की। मामले की जांच सीबीआइ को दी गई। सीबीआइ की टीम ने हाल ही में जज के घर का दौरा किया। इस मामले में साजिश के तार तलाशे जा रहे हैं। कोर्ट ने अपनी टिप्णणी में कहा है कि इस मामले में केवल आटो चालक ही नहीं साजिश करने वाले लोगों का चेहरा सामने आना चाहिए।
Reporter @ News Bharat 20