न्यूजभारत20 डेस्क:- पिछले एक पाखवाडे से अभूतपूर्व गर्मी के बीच दिल्ली के कई हिस पानी की आपूर्ति की भारी कमी का सामना कर रहे हैं। दिल्ली भारतीय जनता पार्टी इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने बुधवार को दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी सरकार पर राजधानी में गंभीर जल संकट में जूझ रहे लोगों से चोरी और लूटपाट करने का आरोप लगाया। सचदेवा वी ने दावा किया कि जब आप सरकार ने सत्ता संभाली थी तब दिल्ली जल बोर्ड का मुनाफा 600 करोड रुपए था और उन्होंने कहा कि अब वह 73000 करोड़ रुपए के घाटे में है।
“मंत्री, विधायक, डीजेबी सभी आप के नेतृत्व वाली सरकार के अधीन है। वे पिछले 10 वर्षों से दिल्ली के लोगों को चोरी और लूट रहे हैं”, सचदेवा ने पीटीआई को बताया।”जब उन्हें डीजेबी मिला, तो यह 600 करोड़ के लाभ में था और अब यह 73000 करोड़ के घाटे में है। आतिशी को इसका जवाब देना चाहिए”। सचदेवा ने कहा की दिल्ली की जल मंत्री आतिशी को अपनी पार्टी के उन सदस्यों को सामने लाने के लिए पत्र लिखलि चाहिए था जो पानी की चोरी और पानी की कालाबाजारी में शामिल हैं।
वह दिल्ली के लोगों को पानी नहीं दे सकती लेकिन अपना पद नहीं छोड़ रही है। अगर उनमें थोड़ी भी शर्म से बचीं होती तो उन्होंने अब तक इस्तीफा दे दिया होता, उन्होंने एएनआई के मुताबिक कहा। पिछले एक पखवाड़े से अभूतपूर्व गर्मी के बीज दिल्ली के कई हिस्से में पानी की आपूर्ति की भारी कमी का समना करना पड़ रहा है। बुधवार को दिल्ली भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं ने शहर में बढ़ते जल संकट को लेकर राष्ट्रीय राजधानी भर में विरोध मार्च निकाला।
वीरेंद्र सचदेवा ने एंड्रयूज गज में विरोध प्रदर्शन में भाग लिया, जहां उनके साथ कहीं दिल्ली की निर्वाचित सांसद बांसुरी स्वराज भी थी। उन्होंने कहा, “लोग पानी की एक एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। महिलाओं ने पानी के टैंकरों के इंतजार में राते बीताई जबकि कई इलाकों में बच्चे की कमी के कारण कई दिनों तक स्नान नहीं कर पा रहे हैं। सत्तारूढ़ आप सरकार ने यह भी आरोप लगाया है कि हरियाणा दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं दे रहा है। बुधवार को दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजधानी में चल रहे जल संकट पर हस्तक्षेप करने की मांग की है और कहां है कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह शुक्रवार से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेगी।
“हमने हरियाणा सरकार से अनुरोध करके और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके हर संभव कदम उठाने की कोशिश की है। हमने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है। मंगलवार को दिल्ली के अधिकारियों का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल हरियाणा सरकार के अधिकारियों से मिला लेकिन उन्होंने पानी देने से इनकार कर दिया… दिल्ली के लोगों की पीड़ा साड़ी हद ए पर कर चुकी है। मैंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर उनसे हस्तक्षेप का अनुरोध किया है। अगर अगले दो दिनों में दिल्ली को उसके वाजिब हिस्से का पानी नहीं मिला तो मैं पानी के लिए सत्याग्रह शुरू करूंगा। मंत्री ने मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा,”जब तक दिल्ली को पानी नहीं मिल जाता, मैं अधीन निश्चित कालीन अनशन शुरू करूंगा।