न्यूजभारत20 डेस्क/जमशेदपुर:- जी हां शुक्रवार की आधी रात के बाद से एमजीएम अस्पताल में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे। इसका खुलासा तब हुआ जब परसुडीह के बारीगोड़ा में हादसा होने के बाद एक बाइक सवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पर डॉक्टर साहब नदारद थे। परिवार के लोगों का ईलाज सुबह के 9 बजे तक नहीं हुआ था। उसके बाद उसकी मरहम पट्टी तक की गई। यह सुनकर आश्चर्य होता है कि ऐसा भी हो सकता है क्या, लेकिन इसमें 100 फीसदी सच्चाई है। उस दिन का सीसीटीवी कैमरा भी अस्पताल में देखा जा सकता है। भुक्तभोगी की ओर से भी दावा किया गया है कि वे इसके गवाह भी बन सकते हैं।