DESK: दुनिया में मौजूद हर चीज का नाम उसके फीचर पर डिपेंड करता है.यानी कि उसके नाम के पीछे इतिहास और अन्य कारण छिपे होते हैं. अगर किसी चीज का कोई खास नाम है तो जरूर वो नाम किसी ना किसी तरह से उससे जुड़ा होता है. जैसे हवाई जहाज हवा में उड़ता है इसलिए हवाई जहाज कहलाता है. हम रोज घर में या कहीं बाहर आते जाते समय चप्पल पहनते हैं और आमतौर पर इन्हें हवाई चप्पल कहा जाता है, लेकिन क्या कभी आपने यह सोचा है कि पैरों में पहनी जाने वाली स्लीपर्स को हवाई चप्पल ही क्यों कहा जाता है? हवाई चप्पल पहनने के बाद ऐसा तो नहीं है कि कोई इंसान हवा में उड़ने लगता है. आखिर इन चप्पलों का नाम हवाई क्यों पड़ा? आइए आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं.
अगर आप यह सोच रहे होंगे कि इस चप्पल को पहनने से काफी रिलैक्स यानी हल्का महसूस होता है. इस वजह से इसके नाम में हवाई जोड़ा गया होगा है. नहीं, इसके नाम में हवाई जुड़ा होने का यह कारण नहीं है. वैसे तो हवाई चप्पल को कई और नामों से भी जाना जाता है, लेकिन उन सभी नामों में इसका हवाई चप्पल नाम ही सबसे ज्यादा चर्चित है.
दरअसल, इस आरामदाय चप्पल का ये नाम उसकी उत्पत्ति से जुड़ा हुआ है. इतिहासकारों के अनुसार, अमेरिका में एक आइलैंड है, जिसका नाम है हवाई (Hawai Island, America). इस आइलैंड में एक ख़ास तरह का पेड़ पाया जाता है. इस पेड़ को टी के नाम से भी जाना जाता है. इस पेड़ से एक ख़ास तरह का रबर जैसा फैब्रिक बनता है जो काफी लचीला होता है. इस लचीले फैब्रिक से ही यह चप्पल बनाई जाती है. यही कारण है कि इन्हें हवाई चप्पल कहते हैं.
हवाई चप्पलों के इतिहास में इनका संबंध जापान से भी रहा है. हम लोग जिस डिजाइन की हवाई चप्पलें पहनते हैं, इसी तरह की चप्पलें पहले जापान में पहनी जाती थी. जापान में उन चप्पलों को जोरी कहा जाता था. यह भी कहा जाता है कि हवाई आइलैंड में काम करने के लिए जापान से ही मजदूर भेजे जाते थे. ये मजदूर जापान की जोरी चप्पल पहनकर ही हवाई गए थें. इसीलिए जिस तरह की चप्पल पहनकर वे हवाई गए, उन्होंने वहां उसी प्रकार की चप्पलें बनाई और इन्हें हवाई चप्पल के नाम से जाना जाने लगा.