

जमशेदपुर: टाटा स्टील मेडिकल सर्विसेज ने स्टीलेनियम हॉल में अपने कर्मचारियों के लिए सीपीआर बीएलएस (बेसिक लाइफ सपोर्ट) प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर विश्व आपातकालीन चिकित्सा दिवस मनाया।इस कार्यक्रम में टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) के डॉक्टरों और यूनियन कमेटी के सदस्यों सहित 500 से अधिक कर्मचारियों ने शारीरिक रूप से तथा ऑनलाइन भाग लिया।मुख्य अतिथि डी. बी. सुंदरा रामम, वाइस प्रेसिडेंट– कॉरपोरेट सर्विसेज, टाटा स्टील, और विशिष्ट अतिथि संजीव कुमार चौधरी, अध्यक्ष – टाटा वर्कर्स यूनियन ने अपने संबोधन में सीपीआर जैसे जीवनरक्षक कौशल की जानकारी को आवश्यक बताया।डॉ. विनीता सिंह, जेनरल मैनेजर– मेडिकल सर्विसेज, ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए टीएमएच में आपातकालीन तैयारियों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि समय पर और प्रभावी प्रतिक्रिया न केवल मरीजों की जान बचा सकती है, बल्कि आपात परिस्थितियों से निपटने में अस्पताल की दक्षता और भरोसे को भी मजबूत बनाती है।टीएमएच की इमर्जेंसी विभागा की एचओडी डॉ. बिनीता पाणिग्रही ने बीएलएस तकनीकों का प्रभावशाली और व्यावहारिक प्रदर्शन किया, वहीं, एडमिनिस्ट्रेटर एवं सीनियर कंसल्टेंट डॉ. शरद कुमार ने सीपीआर कमिटी द्वारा टीएमएच परिसर के भीतर और बाहरी समुदायों में किए गए सराहनीय कार्यों और जागरूकता अभियानों की जानकारी साझा की।

इस सत्र के माध्यम से प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिससे उन्हें आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने की महत्वपूर्ण जानकारी मिली।कार्यक्रम के अंत में चीफ मेडिकल ऑफिसर इनडोर सर्विसेज डॉ. अशोक सुंदर ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।टीएमएच ने विश्व आपातकालीन चिकित्सा दिवस के अवसर पर 27 मई से 2 जून तक सप्ताह भर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया है। इन गतिविधियों में टीएमएच के डॉक्टरों सहित डीएनबी रेजिडेंट्स और इंटर्न्स के लिए ट्रॉमा स्किल्स और एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट स्किल्स पर व्यावहारिक कार्यशाला, सभी डॉक्टरों और डीएनबी रेजिडेंट्स (जिसमें आरएम लोकेशंस और ओएचसी शामिल हैं) के लिए क्विज़, तथा हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स के लिए वेलनेस और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर वार्ता शामिल हैं।
