झारखंड प्रान्त में एक साथ 24000 घरों में गायत्री महायज्ञ होगा

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जमशेदपुर (संवाददाता ):-झारखंड प्रान्त के 24 जिलों मे प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ गायत्री परिवार झारखंड के आव्हान पर बुध पूर्णिमा तथा एक दिन पूर्व अर्थात 15 एवं 16 मई को शान्तिकुंज हरिद्वार के दिशा निर्देशन में गृहे गृहे गायत्री स्थापना एवं यज्ञ के अंतर्गत कुल 24000 घरों में गायत्री माता का स्थापना एवं यज्ञ सम्पन्न किये जायेंगे । इसके लिए बिभिन्न स्तर पर जागरूकता अभियान चला कर प्रान्त के सभी जिलों में प्रयास प्रारम्भ कर दिया गया है। प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ गायत्री परिवार झारखंड के प्रांतीय समन्वयक श्री संतोष कुमार राय नें बताया कि प्रांतीय समन्वय समिति के सदस्य श्री सुरेश यादव ,(गिरिडीह ) श्री धनेश्वर महतो ,(बोकारो ) श्री मोती लाल मंडल ,(गोड्डा ) श्री शिव शंकर निराला ,(साहेबगंज) श्री संजीव सिंह (रांची) ने पूरे झारखंड में इस अभियान को सफल करनें के लिए तैयारी कर रहें हैं । इस अभियान के लिए एक एक पृष्ठ के संछिप्त प्रारूप दिया जा रहा है । शान्तिकुंज हरिद्वार द्वारा गृहे गृहे गायत्री यज्ञ उपासना अभियान के निबंधन हेतु गूगल फॉर्म भी जारी किया गया है । कार्यकर्ताओं से आग्रह किया जा रहा है कि जहां भी जाएं गायत्री एवं यज्ञ की महत्ता अवश्य बताएं । क्योंकि गायत्री एवं यज्ञ भारतीय संस्कृति के आधार हैं। यज्ञ दैवी अनुग्रह प्राप्त करने का माध्यम हीं नही बल्कि आज की वर्तमान समस्याओं का समाधान भी है । यज्ञ वातावरण में फैले विषाणु एवं रेडिएशन को भी कम करता है ।वातावरण में फैले विषाणु को नष्ठ करता है । इस अभियान से जन जन को इस ज्ञान से परिचित कराने के लिए यज्ञ को सरल करके प्रस्तुत करते हुए इसके महत्व को समझाया जा रहा है । क्योंकि भगवद गीता में भगवान श्री कृष्ण ने यज्ञ को सर्वश्रेष्ठ कर्म बताया है। झारखंड प्रान्त में लक्ष्य प्राप्त हो इसकी निरंतर समीक्षा हो रही है। लोंगो से आग्रह किया जा रहा है कि जहां सामग्री उपलब्ध नही हो पा रहा है वहां गोबर के कंडे पर घी की आहुति प्रदान कर यज्ञ पूर्ण किया जाय । यज्ञ पूरे बिधान से सम्पन्न किया जाना चाहिये ,परंतु जहां इस प्रकार के वातावरण नहीं बनता हो वहां अपने घर के सुधि करण के लिए अग्नि प्रज्वलित कर घी मिश्रित सामग्री से 24 गायत्री मंत्र तथा 5 महामृत्युंजय मंत्र से आहुति देते हुए भी उक्त दिन हवन अवश्य करे।

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