

न्यूजभारत20 डेस्क:- झारखंड के युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। राज्य में जल्द ही एक अत्याधुनिक गीगा फैक्ट्री की स्थापना होने जा रही है, जिससे हजारों रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। यह परियोजना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की हालिया स्पेन और स्वीडन यात्रा का प्रत्यक्ष परिणाम मानी जा रही है। मुख्यमंत्री सोरेन ने यूरोपीय देशों के निवेशकों और औद्योगिक समूहों के साथ कई उच्चस्तरीय बैठकों में भाग लिया, जिसका उद्देश्य झारखंड में तकनीकी और औद्योगिक निवेश को आकर्षित करना था। इस दौरान बैटरी निर्माण, इलेक्ट्रिक वाहन और ग्रीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में संभावित निवेश पर विस्तृत चर्चा हुई। राज्य सरकार के अनुसार, गीगा फैक्ट्री की स्थापना बैटरी निर्माण और ऊर्जा भंडारण से संबंधित अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित होगी। यह फैक्ट्री न केवल झारखंड बल्कि पूरे पूर्वी भारत के लिए तकनीकी विकास का केंद्र बन सकती है।

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे युवाओं को अब राज्य में ही विश्वस्तरीय तकनीकी प्रशिक्षण और रोजगार मिलेगा। यह परियोजना झारखंड के औद्योगिक भविष्य को नई दिशा देगी।” विशेषज्ञों का मानना है कि गीगा फैक्ट्री की स्थापना से न केवल प्रत्यक्ष रूप से हजारों नौकरियां सृजित होंगी, बल्कि इससे जुड़े अन्य सहायक उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। राज्य सरकार इस परियोजना के लिए आवश्यक भूमि, बिजली और नीति समर्थन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। बताया जा रहा है कि अगले छह महीनों में इस परियोजना पर कार्य शुरू हो सकता है। गीगा फैक्ट्री एक बड़ी औद्योगिक इकाई होती है, जो मुख्य रूप से लिथियम-आयन बैटरियों और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए आवश्यक ऊर्जा स्टोरेज सिस्टम तैयार करती है। दुनिया में टेस्ला जैसी कंपनियों ने इस तकनीक को प्रमुखता से अपनाया है। इस कदम को झारखंड के औद्योगिक इतिहास में एक बड़े परिवर्तन के रूप में देखा जा रहा है।