न्यूजभारत20 डेस्क/आदित्यपुर :- आदित्यपुर थाना क्षेत्र में बीट पुलिसिंग शुरू हो गयी है। सोमवार शाम एसपी मुकेश लुणायत ने हरी झंडी दिखाकर बीट प्रभारियों को रवाना किया। आदित्यपुर को आठ बीट क्षेत्र में बांटा गया है। हर बीट में एक एसआई रैंक के पदाधिकारी बीट प्रभारी होंगे।
एसपी ने बताया कि विधि-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण तथा जनता तक पुलिस की पहुंच को सुगम करने के उद्देश्य से यह व्यवस्था शुरू की गयी है। बीट प्रभारी अपने क्षेत्र में बैंक, एटीएम, पेट्रोल पंप, आवासीय कॉलोनी समेत महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करेंगे। दैनिक पुलिस कार्यों को करते हुए बीट प्रभारी गर्ल्स हॉस्टल में महिला पुलिस पदाधिकारियों के साथ सुरक्षा ऑडिट करेंगे। उनके बीच डायल 112 का प्रचार प्रसार भी करेंगे। बीट व्यवस्था संचालन के लिए एक व्हाट्एसप्प नम्बर जारी किया गया है। 9798302486 पर आमलोगों से भी सुझाव लिया जाएगा।
खरकई टीओपी से शेरे पंजाब के दक्षिण भाग आदित्यपुर थाना के सामने तक बीट-1 क्षेत्र होगा, जिसके प्रभारी एसआई राहुल सिंह को बनाया गया है। शेरे पंजाब चौक से आरआईटी मोड़ दक्षिण भाग बीट दो, जिसके प्रभारी राम कुमार सिंह होंगे। आरआईटी मोड़ से विको मोड़ दक्षिण भाग बीट 3 के प्रभारी सुधांशु कुमार होंगे। विको मोड़ से गम्हरिया दक्षिण बीट 4 के प्रभारी विपुल ओझा होंगे। गम्हरिया सीमा से सापड़ा रोड उत्तर भाग के बीट प्रभारी विनोद टुडू होंगे। सापड़ा रोड से टोल ब्रिज रोड उत्तर भाग तक बीट 6 चंचल कुमार बीट प्रभारी होंगे। टोल ब्रिज से आशियाना मोड़ के उत्तर भाग तक बीट 7 के प्रभारी धीरंजन कुमार होंगे। वहीं, आशियाना मोड़ से खरकई पुल के उत्तर भाग तक बीट 8 के प्रभारी जयराज कुमार सोनी होंगे। कार्यक्रम के दौरान डीएसपी प्रदीप उरांव, एसडीपीओ संतोष मिश्रा, आदित्यपुर थाना प्रभारी नितिन कुमार सिंह आदि मौजूद थे।
अपने स्तर से छोटे मामलों को बीट प्रभारी निपटायेंगे
एसपी ने बताया कि बीट प्रभारी छोटे मामलों का निपटान करने में सक्षम हैं। थाना से संबंधित कार्यों को बीट संबंधित प्रभारी अपने क्षेत्र के मामलों को देखेंगे। जरूरत पड़ने पर थाना प्रभारी या एसडीपीओ मामले को देखेंगे।
पांच वर्ष के अपराधकर्मियों का डाटा तैयार
एसपी ने बताया कि पांच साल तक थाना क्षेत्र के आरोपत्रित का डाटा थाना स्तर से तैयार करने का निर्देश दिया था। इनके डाटा तैयार कर लिये गये हैं। इनपर पुलिस निगरानी रखेगी।
77 पर सीसीए लगाने की तैयारी : सीसीए नियमित प्रक्रिया है। समय-समय पर भेजा जाता है। जेल से छूटे अपराधियों की अपराधियों का भी डाटा तैयार किया गया है। कुल 77 अपराधियों पर सीसीए लगाने के लिए चिह्नित किया गया है। इनमें कई को जिला बदर और जेल में बंद अपराधियों को जेल जमानत नहीं मिले इसका प्रस्ताव भेजा गया है।