बिक्रमगंज(रोहतास) : सोमवार को विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर कृषि विज्ञान केंद्र रोहतास के द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में नव जीवन विकास केंद्र की 32 महिलाएं एवं विभिन्न प्रखंडों से आए हुए 22 पुरुष कृषकों ने भाग लिया । इस कार्यक्रम का उद्घाटन संयुक्त रुप से नव जीवन विकास केंद्र की सिस्टर असुन्ता एवं मत्स्य वैज्ञानिक आर के जलज ने किया । सिस्टर असुंता ने उपस्थित पुरुष एवं महिला कृषकों को संबोधित करते हुए बताया कि नव जीवन विकास केंद्र महिलाओं के समूह के द्वारा वर्मी कंपोस्ट उत्पादन कर रही है एवं गांव में सभी प्रकार के पेड़-पौधे लगाने के लिए प्रयास कर रही है । यह पौधे मानव जीवन एवं धरती के लिए बेहद आवश्यक हैं । पहले हम लोग बिना पंखे के गर्मी में रह लेते थे , परंतु अब बिना पंखे के गर्मी में रहना मुश्किल है । दिन पर दिन धरती का तापमान बढ़ रहा है, इसमें सुधार हेतु हमें निश्चित रूप से पेड़-पौधे लगाने की आवश्यकता है । वरीय वैज्ञानिक आर के जलज के द्वारा सभी उपस्थित कृषकों को शपथ दिलाया गया कि वह कम से कम 1 पौधे लगाकर उसकी देखभाल की जिम्मेवारी स्वंय लेंगे ।
इस कार्यक्रम में वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय के छात्रों ने भी भाग लिया । उद्यान वैज्ञानिक डॉ रतन कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि पौधे धरती के लिए ऑक्सीजन के एकमात्र प्रमुख स्रोत हैं । इन्हें हर संभव तरीके से बचाने जाने बचाए जाने की जरूरत है । मानव अपने इस्तेमाल हेतु पौधों को धड़ल्ले से काट रहे हैं । जंगल के जंगल हम लोगों के द्वारा उजाड़ दिए जा रहे हैं । जिसका परिणाम मौसम परिवर्तन के रूप पर हम लोग महसूस कर रहे हैं । इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा आम, कचनार, गुलमोहर एवं आंवले के पौधे कैंपस में लगाए गए । वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय के छात्रों के द्वारा भी 16 पौधे लगाए गए । कार्यक्रम में नवजीवन विकास केंद्र की महिलाएं राम दुलारी देवी, आशा देवी, संगीता देवी, सरिता देवी, तेतरी देवी इत्यादि सहित 32 महिलाएं उपस्थित थी । पुरुष कृषकों में मोनू राय, संतोष सिंह, अरविंद पांडेय, जीवन कुमार, मुन्ना कुमार, संदीप सिंह, राज मंगल पांडेय, वसंत सिंह इत्यादि उपस्थित थे । कृषि विज्ञान केंद्र के प्रवीण पटेल, एचपी शर्मा, सुबेश कुमार, राकेश कुमार इत्यादि उपस्थित थे ।