

न्यूजभारत20 डेस्क:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी हालिया सऊदी अरब यात्रा से दोनों देशों के बीच मित्रता और रणनीतिक साझेदारी को एक नई मजबूती मिलेगी। उन्होंने इस यात्रा को “ऐतिहासिक और भविष्य की दिशा तय करने वाली” बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी अरब के साथ भारत के गहरे और बहुआयामी संबंधों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दोनों देश न केवल व्यापार और ऊर्जा के क्षेत्र में, बल्कि रक्षा, सुरक्षा, तकनीक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भी सहयोग को लगातार आगे बढ़ा रहे हैं। “यह यात्रा भारत और सऊदी अरब के बीच मित्रता को और प्रगाढ़ बनाएगी। दोनों देशों के बीच आपसी समझ, सहयोग और साझेदारी का यह एक नया अध्याय साबित होगा,” प्रधानमंत्री मोदी ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा।

प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान भारत और सऊदी अरब के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए, जिनमें ऊर्जा सुरक्षा, हरित हाइड्रोजन के विकास, डिजिटल तकनीक, स्टार्टअप सहयोग, और निवेश को लेकर करार शामिल हैं। विशेष रूप से “India-Saudi Strategic Partnership Council” की बैठक ने द्विपक्षीय रिश्तों को गहराई देने में अहम भूमिका निभाई। इस परिषद के जरिए दोनों देश साझा प्राथमिकताओं पर नज़र रखते हुए नीतिगत समन्वय करते हैं। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा हुई। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने और आतंकवाद के खिलाफ साझा प्रयासों पर भी सहमति जताई।
भारत और सऊदी अरब के बीच ऐतिहासिक रूप से मजबूत सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं। वर्तमान में सऊदी अरब भारत का एक प्रमुख ऊर्जा आपूर्तिकर्ता है और लाखों भारतीय प्रवासी वहां कार्यरत हैं। इन संबंधों को और सशक्त बनाने के लिए दोनों देशों के बीच नियमित उच्च स्तरीय वार्ताएं होती रही हैं। प्रधानमंत्री की इस यात्रा को दोनों देशों के बीच “नए युग की साझेदारी” की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। रणनीतिक मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि यह दौरा भारत-सऊदी रिश्तों को वैश्विक मंच पर और अधिक मज़बूती देगा।