पर्यावरण की रक्षा करने के संकल्प के साथ सात दिवसीय योगा “योगा फॉर चिल्ड्रेन” प्रातकालीन समर कैंप का हुआ समापन

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जमशेदपुर:  5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर  बच्चों को स्वास्थ्यवर्धक योग एवं अच्छी आदतें सिखलाने के उद्देश्य से आयोजित सात दिवसीय “योगा फॉर चिल्ड्रेन” प्रातकालीन समर कैंप का समापन पर्यावरण दिवस के मौके पर बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण के संकल्प के साथ किया। सात दिनों तक चले “योगा फॉर चिल्ड्रेन” में हरिद्वार एवं जमशेदपुर के आधा दर्जन योग शिक्षकों ने बच्चों को सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, भ्रामरी, नाड़ी शोधन प्राणायाम, अनुलम विलोम प्राणायाम समेत 40 से ज्यादा आसनो का योगाभ्यास करवाया। पूरे कैंप के दौरान बच्चों की उत्सुकता देखते ही बनती थी। रोजाना सात बजे से शुरू होने वाले ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तड़के सुबह उठकर जरूरी तैयारियां पूरी रुचि के साथ कर लेते थे। ऑनलाइन “योगा फॉर चिल्ड्रेन” में जमशेदपुर, घाटशिला, जादूगोड़ा, चक्रधरपुर, हाता, बहरगोड़ा, बोकारो इत्यादि शहरों के अलावा ओड़ीशा, बिहार एवं पश्चिम बंगाल से भी बच्चे जुड़े। टेल्को की रहनेवाली 8 वर्षीय रया घोष बताती है की लॉकडाउन के कारण हम बच्चों को खेलने का मौका भी नहीं मिल रहा था, “योगा फॉर चिल्ड्रेन” में भाग लेने लेकर मजेदार तरीके से योग सीखने का मौका मिला। हाता के रहने वाले अभिभावक कमलेश मिश्रा बताते है कि कोरोना के कारण बच्चे काफी समय से स्कूल नहीं जा पा रहे, इन विषम परिस्थिति में कार्यक्रम ने उनके बच्चों में नये ऊर्जा का संचार किया है। राउलकेला और सुंदरगढ़ से जुड़ी माया और नैना कहती है कि समर कैंप ने उसे मानव मस्तिष्क की असीम शक्तियों को लेकर उन्हे न्या नज़रिया दिया है, प्राणायम के अभ्यास से वह खुद में नई ऊर्जा महसूस कर पा रही है, ऑनलाइन पढ़ाई बहुत तनावपूर्ण होता है, लेकिन अब योगाभ्यास से पढ़ाई में भी मन लग रहा है।

पर्यावरण दिवस के मौके पर समापन होने वाले कैंप को लेकर बच्चों ने पूरी तैयारियां की थी, सभी बच्चों ने अपने घरों से बेकार प्लास्टिक खोज खोज कर उससे ढेरों इको ब्रिक्स बनाए। वही सभी बच्चों ने अपने घरों में एक साथ पौधरोपण कर ऑनलाइन पर्यावरण दिवस मनाया। समर कैंप के दौरान बच्चों को अपने घरों में पड़े बेकार प्लास्टिक बैग्स, बॉटल इत्यादि से सुंदर व उपयोगी इको ब्रिक्स बनाने का प्रशिक्षण दिया गया था। वही बच्चों को पौधरोपण, किचन गार्डेन इत्यादि के बारे में भी बताया गया। इस दौरान बच्चों ने प्लास्टिक का उपयोग ना करने और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के बारे में सीखा। “योगा फॉर चिल्ड्रेन” का आयोजन निश्चय फ़ाउंडेशन, एआर इंस्टीट्यूट ऑफ योगा एंड साइन्स एवं नन्हें रचनाकार ने संयुक्त तत्वाधान में किया गया था। कार्यक्रम के आयोजन में योग शिक्षिका व नेचुरोपैथी चिकित्सक पुजा कुमारी की अहम भूमिका रही, वही तरुण कुमार ने तकनीकी सहयोग दिया। “योगा फॉर चिल्ड्रेन” में अलग-अलग जगहों से लगभग 100 से ज्यादा बच्चों ने रोजाना जुड़कर नियमित योगाभ्यास किया। बच्चे कार्यक्रम के बाद भी नियमित योग कर सके, इसके लिए निश्चय के यू ट्यूब चैनल पर रोजाना के कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण किया गया। आगामी 21 जून को विश्व योगा दिवस के मौके पर बच्चे फिर से ऑनलाइन कार्यक्रम में भाग लेंगे।

ऑनलाइन “योगा फॉर चिल्ड्रेन” के रोजाना के ज्ञानवर्धक आयोजनों को निम्नांकित यू ट्यूब लिंक्स पर जाकर देखा जा सकता है।

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