मंकीपॉक्स: भारत में मंकीपॉक्स का खतरा लगातार बढ़ रहा है। इस बीच केरल के त्रिशूर जिले में मंकीपॉक्स के लक्षणों वाले एक 22 साल के युवक की मौत हो गई।केरल में संदिग्ध मंकीपॉक्स मरीज की मौत के बाद से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। इस बीच केन्द्र ने भारत में मंकीपॉक्स के मामलों की निगरानी के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। टीम का नेतृत्व नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल करेंगे और सदस्यों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, फार्मा और बायोटेक के सचिव शामिल होंगे।
भारत में अभी तक कुल 4 संक्रमित सामने आ चुके हैं। इनमें से एक संदिग्ध की मौत के बाद केंद्र सरकार ने इससे निपटने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन करने का फैसला किया है। यह टास्क फोर्स जांच सुविधाओं के विस्तार से लेकर वैक्सीन तैयार करने तक में सरकार को दिशा-निर्देश देगा। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक मंकीपॉक्स से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने और मंकीपाक्स का प्रसार रोकने के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक हुई थी। इसी दौरान इस टास्क फोर्स का फैसला लिया गया था।
इंटरनेशनल ट्रैवलर्स की कड़ी स्वास्थ्य जांच के निर्देश
दरअसल, हाल ही में भारत में भी मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और दिल्ली में मरीजों के मिलने के बाद सरकार खासी अलर्ट देखी जा रही है। यही वजह है कि सरकार ने मंकीपॉक्स के मद्देनजर एयरपोर्ट और पोर्ट हेल्थ ऑफिसर्स के अलावा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के क्षेत्रीय निदेशकों को सभी इंटरनेशनल ट्रैवलर्स की कड़ी स्वास्थ्य जांच करने के निर्देश दिए हैं।
अभी तक कुल चार संक्रमित केस
मालूम हो कि भारत में केरल से 13 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला संक्रमित मिला था। इसके बाद अभी तक कुल 4 संक्रमित सामने आ चुके हैं। उधर दुनिया भर में मंकीपॉक्स का कहर बढ़ता जा रहा है। अफ्रीका से निकलकर मंकीपॉक्स का संक्रमण बीते कुछ दिनों में ही 75 से अधिक देशों में पहुंच गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बीते दिनों 20 हजार से अधिक लोगों के मंकीपॉक्स से संक्रमित होने की पुष्टि की थी।
Reporter @ News Bharat 20