एक्सीडेंट में कट गये महिला के दोनों पाँव, लॉकडाउन में बच्ची की पढ़ाई और राशन पर भी आफ़त, नम्या फाउंडेशन ने बढ़ाया मदद का हाथ ,  अंकित आनंद की ट्वीट पर नम्या फाउंडेशन ने पहुँचाई तत्काल मदद

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● दिव्यांग पेंशन और राशनकार्ड के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से माँगा सहयोग
● बच्ची की पढ़ाई के लिए जिला शिक्षा विभाग ने सेंट जूड्स स्कूल को दिया निर्देश

जमशेदपुर :- टेल्को कॉलोनी से सटी तारकंपनी के पुराने क्वार्टर में लाचार जीवन गुजार रही 63 वर्षीय क्रिश्चियन महिला रोमाला पूर्ति की मदद को नम्या फाउंडेशन ने मदद का हाथ बढ़ाया है। यह प्रगति मंगलवार को अंकित आनंद की ट्वीट के कारण हुआ। अंकित ने ट्वीट कर बताया था कि रोमाला पूर्ति और उनकी बेटी अत्यंत ही ग़रीबी के हालात से जूझ रहे हैं। 63 वर्षीय महिला के दोनों पाँव एक दुर्घटना में कट चुके हैं। दिव्यांग अवस्था में आजीविका अर्जित करने में भी अत्यंत कठिनाई हो रही है। चक्के लगे एक छोटे टेबल पर बैठकर महिला क्वार्टर के एक कमरे से दूसरे कमरे में जाने के लिए प्रयोग करती है। वहीं किसी ने सहयोग करते हुए बहुत पहले एक व्हीलचेयर भी मुहैया कराया था। रोमाला पूर्ति ने कॉल कर के अंकित आनंद से मदद माँगा था। उन्होंने बताया था कि लॉकडाउन से वे बुरी तरह से प्रभावित हैं। पैसों के अभाव में बच्ची की पढ़ाई ठप्प हो चुकी है और घर के राशन पर भी आफ़त है। आजीविका का कोई साधन ना होने की वजह से अत्यंत चुनौतीपूर्ण जीवन जीने को विवश हैं।
इसपर संज्ञान लेते हुए ट्वीट के माध्यम से जिला प्रशासन, पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी एवं उनकी संस्था नम्या फाउंडेशन सहित भाजपा नेता दिनेश कुमार का ध्यानाकर्षित करते हुए समाज के अन्य सक्षम लोगों से भी मदद का अनुरोध किया गया। इस ट्वीट पर पहल करते हुए नम्या फाउंडेशन की सदस्य निधि केडिया ने रोमाला पूर्ति के लिए मदद का हाथ बढ़ाया और तत्काल एक महीने का कच्चा राशन और एक सप्ताह के लिए सब्जियों का प्रबंध कर दिया। सहयोग का उद्देश्य जानकर खड़ंगाझार के राशन दुकानदार कवींद्र सेन ने भी अपने व्यक्तिगत स्तर से मदद किया। राशन सामग्री लेकर नम्या फाउंडेशन के युवा सदस्य हृतिक चौबे, शुभम पांडेय गर्ग एवं रोहित यादव महिला के घर पहुंचें और उनकी समस्या से अवगत हुए।

 शिक्षा विभाग ने बच्ची की ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करने का दिया निर्देश

मदद लेकर पहुँचें नम्या फाउंडेशन के सदस्यों को रोमाला पूर्ति की बेटी रिमझिम पूर्ति ने बताया कि वह सुंदरनगर के सेंट जूड्स स्कूल में छठी कक्षा की स्टुडेंट थी। फ़ीस भुगतान नहीं कर पाने के कारण अगली कक्षा का रिपोर्ट कार्ड नहीं मिला और आजतक नये सत्र में ऑनलाइन क्लास से भी नहीं जोड़ा गया। इस बाबत रोमाला पूर्ति एवं उनकी बेटी ने वीडियो अपील जारी करते हुए सक्षम लोगों और जिला प्रशासन से मदद का अनुरोध भी किया। बच्ची रिमझिम पूर्ति की पढ़ाई शुरू कराने का आग्रह को लेकर अंकित आनंद एवं नम्या फाउंडेशन के सदस्य हृतिक चौबे एवं अन्य जिला शिक्षा विभाग के राइट टू एडुकेशन सेल के प्रभारी अधिकारी से मिलें और मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया। बच्ची की मार्मिक अपील सुनने के बाद शिक्षा विभाग ने सेंट जूड्स स्कूल की प्रिंसिपल को तत्काल कॉल करते हुए बच्ची की पढ़ाई प्रारंभ करने और बकाया फ़ीस में यथासंभव छूट मुहैया कराने का आग्रह किया है। प्रिंसिपल ने बताया कि फ़िलहाल ग्रीष्मावकाश की वजह से ऑनलाइन पढ़ाई स्थगित है, क्लास शुरू होते ही रिमझिम को ऑनलाइन क्लास से जोड़ दिया जायेगा।

 दिव्यांग पेंशन एवं राशनकार्ड के लिए जिला प्रशासन से मांगा सहयोग

दिव्यांग रोमाला पूर्ति की मदद सुनिश्चित करने को लेकर नम्या फाउंडेशन की सदस्य निधि केडिया ने जिला प्रशासन के संबंधित विभागीय अधिकारियों से लाभुक को राशनकार्ड एवं दिव्यांग पेंशन मुहैया कराने के आशय में अनुरोध किया है। मालूम हो कि राशनकार्ड के लिए मई 2019 में ही रोमाला पूर्ति ने आवेदन किया था, लेकिन उक्त आवेदन अबतक विभागीय स्तर पर लंबित है। उक्त मामला डीसी सूरज कुमार के संज्ञान में भी लाया गया है। जिसके बाद उक्त परिवार को मदद मिलने की उम्मीद जगी है।

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